नई दिल्ली: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बड़ा बयान दिया है. नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि वो 2019 में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं. नीतीश के मुताबिक अभी बहुत समय है और इसमें कुछ भी हे सकता है.
आज राजधानी पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार ने कहा, ''देश के लिए महागठबंधन चाहिए तो जरूर है लेकिन होगा या नहीं होगा इसके बारे में बोलने वाला मैं कौन होता हूं. बिहार में तीन पार्टियों का मन बन गया लेकिन देश में बहुत पार्टी हैं. जरूरी नहीं कि सबका मन साथ आए.''
नीतीश कुमार ने कहा, ''जो मुझे उम्मीदवार के तौर पर देखते हैं उनकों मैं धन्यवाद देता हूं लेकिन मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है. उम्मीदवार कौन ये अभी कोई नहीं जानता. पांच साल पहले तो मोदी जी को भी कोई नहीं जानता था. कौन नेता उभरेगा, किसमें जनता को क्षमता दिखेगी ये नहीं बताया जा सकता. मोदी जी में जनता को क्षमता दिखी इसीलिए आज वो पीएम बने.'' नीतीश कुमार ने कहा, ''इस मुद्दे पर हंसी मजाक तो किया जा सकता है लेकिन मेरी कोई भी व्यक्तिगत इच्छा नहीं है.''
ईवीएम पर नीतीश कुमार ने कहा, ''बैलेट पेपर का ज़माना लद गया अगर किसी को इवीएम में कोई शंका है तो उसे दूर करे. ईवीएम के साथ वीवीपीएटी मशीन को जोड़ा जाए. आरजेडी और जेडीयू किसी एक मुद्दे पर अलग अलग राय रख सकते हैं. हमारा गठबंधन बिहार के मुद्दों को लेकर हैं."
राष्ट्रपति चुनाव पर नीतीश कुमार ने कहा, "राष्ट्रपति का पद देश का सबसे बड़ा पद है. ऐसे में केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वो इस पर सभी दलों में सहमति बनाए. अगर सहमति नहीं बनती है तो फिर विपक्ष को अपना उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए. सर्वसम्मति से प्रणव मुखर्जी दोबारा राष्ट्रपति बनें इससे अच्छा कुछ नहीं.''