पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनआरसी के मुद्दे पर पार्टी का स्टैंड बिल्कुल साफ कर दिया है. उन्होंने कहा कि एनआरसी राज्य में कभी लागू नहीं होगा. इसके साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस कानून पर भ्रम हटाने में असफल रही है. एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “काहे कि NRC बिल्कुल लागू नहीं होगा एनआरसी.”


वहीं, नागरिकता संशोधन कानून का जेडीयू समर्थन कर रही है. इस कानून के समर्थन के बाद नीतीश की पार्टी ने अल्पसंख्यक मतदाताओं को मनाने की कोशिश भी की थी. लंबे समय तक इस पूरे मामले पर चुप रहने के बाद सीएम नीतीश गुरुवार को इस मसले पर बोले. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को डरने की ज़रूरत नहीं है. जब तक हम शासन में हैं हम गारंटी लेते हैं कि अल्पसंख्यक समुदाय के साथ कुछ गलत या उनको उपेक्षित नहीं किया जा सकता है.


नीतीश कुमार ने विपक्षी पार्टियों की आलोचना करते हुए कहा कि वे अल्पसंख्यकों के बीच भ्रम फैला रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा था कि विपक्षी पार्टियां अल्पसंख्यकों को उकसाकर अपनी नीयत में कभी सफल नहीं हो पाएंगी. गौरतलब है कि संसद में उनकी पार्टी जेडीयू ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया था.


चिराग पासवान ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल


देश के हालात पर पार्टी ने गुरुवार को चर्चा की. इसकी जानकारी गृह विभाग को भी दी गयी है. जिस तरह नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को जोड़कर देश में प्रदर्शन देश में हो रहा है उससे साफ़ है कि देश के अहम वर्ग में फैले भ्रम को सरकार दूर करने में विफल रही है.


वहीं, बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश के राज्य में एनआरसी को नहीं लागू करने पर कहा कि नीतीश कुमार बीजेपी और आरएसएस की गोद में बैठे हैं.उनका दोहरा चरित्र उजागर हुआ है. आरजेडी नेता ने कहा कि सीएम नीतीश के कथनी और करनी में अंतर है. उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश संघी हो गए हैं. उनकी बातों का कोई भरोसा नहीं है.


इससे पहले जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार NRC-CAA का विरोध कर रहें हैं. बीते शनिवार को उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से इस मसले पर बैठक की थी. इसके बाद उन्होंने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया है कि वो बिहार में एनआरसी का समर्थन नहीं करेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि NRC और CAA खतरनाक हैं. यदि NRC नहीं है तो CAA ठीक है. उन्होंने कहा कि सीएम का कहना है कि CAA नागरिकता देने के लिए है लेकिन यदि इसे NRC से जोड़ा जाएगा तो यह भेदभावपूर्ण बन जाएगा.


जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर किया नीतीश पर हमला


बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर पलटी मारने के लिए तंज कसा. जीतन राम मांझी ने ट्वीट में लिखा, “मिट्टी में मिल जाऊंगा लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा कहने वाले नीतीश कुमार कह रहें हैं कि वो किसी क़ीमत पर NRC लागू नहीं होने देंगे...कितनी पलटी मारिएगा साहब क़ानून बनवाकर कहते हैं कि विरोध करेंगे”


उपेन्द्र कुशवाहा बताएंगे एनआरसी-सीएए का नुक़सान


CAA और NRC का विरोध विपक्ष की कई प्रमुख पार्टियां कर रही हैं. इसी कड़ी में बिहार में आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा 26 दिसंबर से यात्रा की शुरूआत करेंगे. कुशवाहा नीतीश कुमार की तरह चंपारण से यात्रा की शुरूआत करेंगे. इसके साथ ही वह लोगों को बताएंगे कि NRC और CAA से लोगों को क्या नुकसान है. कुशवाहा पहले से ही इस बिल का विरोध कर रहें हैं. उनका कहना है कि CAA और NRC हिन्दू बनाम मुस्लिम नहीं है बल्कि पिछड़ा, अतिपिछड़ा और गरीब दलित किसान बीजेपी के निशाने पर हैं और ग़लत नीतियों के वजह से देश में बवाल मचा हुआ है.