पटना: बिहार के महागठबंधन में गांठ बढ़ती जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को बर्खास्त करने का दबाव बढ़ता ही जा रहा है. जेडीयू ने कल तेजस्वी से जनता के सामने आरोपों पर सफाई देने को कहा तो आरजेडी ने एक बार फिर दोहराया है कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे.


नीतीश कुमार गठबंधन के जाल में ऐसे फंस गए हैं कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वो क्या करें और क्या न करें. आज नीतीश ने सुबह 11 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है देखना होगा कि तेजस्वी यादव उस बैठक में शामिल होते हैं या नहीं.


मौजूदा संकट के बीच नीतीश ने कल 28 जेडीयू नेताओं के साथ घंटों चर्चा की. इस बैठक में नीतीश के चेहरे पर सरकार की छवि की चिंता साफ झलक रही थी. एबीपी न्यूज को सूत्रों से जानकारी मिली है कि कल की बैठक में नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के मामले में कहा, ‘’विचित्र स्थिति है. सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है. ये एफआईआर एक व्यक्ति के ऊपर है. इसका जवाब जनता के सामने दिया जाना चाहिए.’’


सुशासन बाबू कहे जाने वाले नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल के सहयोगी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से परेशान हैं, लेकिन खुलकर मीडिया में कोई बयान नहीं दे रहे हैं. इस बीच जेडीयू नेता दावा कर रहे हैं कि तेजस्वी पर जो भी फैसला होगा वो चार दिन बाद होगा.


नीतीश कुमार की बैठक में 26 नेता नीतीश के साथ खड़े थे. उनका कहना था कि नीतीश को अपनी छवि से कोई समझौता नहीं करना चाहिए. जबकि दो नेता लालू के साथ महागठबंधन को जारी रखने के पक्ष में थे.


नीतीश की बैठक के बाद देर शाम रणनीति बनाने के लिए आरजेडी कोर कमेटी के नेता भी पटना में जुटे. इस बैठक के बाद एक बार फिर आरजेडी ने ये साफ कर दिया कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देने वाले.