गया: जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर मंगलवार को बिहार में फिर से हमला हुआ. साथ ही काफिले में शामिल कांग्रेस के एक नेता की कार को भी नुकसान पहुंचाया गया. संदेह है कि यह हमला बीजेपी के कथित सदस्यों ने किया है. कन्हैया कुमार की 'जन गण मन यात्रा' के आयोजकों का दावा है कि पिछले दो सप्ताह में काफिले पर यह सातवां हमला है. पिछले महीने शुरू हुई यह यात्रा एक पखवाड़े बाद पटना में विशाल रैली के साथ समाप्त होगी.
विपक्ष के महागठबंधन के नेताओं के साथ बाद में एक मंच पर मौजूद कन्हैया कुमार ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार की आलोचना की. हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान और अवधेश कुमार सिंह ने भी गया जिले के शेरघाटी में आयोजित जनसभा को संबोधित किया. सभा स्थाल पर पहुंचने से पहले ही रास्ते में बाइक सवार कुछ लोगों ने काफिले पर पत्थर फेंके. इसमें सिंह की कार का सीसा टूट गया. पार्टी सूत्रों ने बताया कि सिंह को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है.
बता दें कि कुछ दिन पहले भी कन्हैया कुमार के काफिले पर बिहार के सुपौल में हमला हुआ था. तब भी कन्हैया की गाड़ी पर पत्थर फेंका गया था. हमले में दो गाड़ियों का शीशा चकनाचूर हो गया था और कई लोग घायल हो गए थे. एक गाड़ी के ड्राइवर के चेहरे पर चोट आई थी. कन्हैया जिस गाड़ी पर सवार थे उस पर भी पत्थर और स्याही फेंकी गई थी. चौंकाने वाली बात यह थी कि यह हमला सुपौल सदर थाने से लगभग सौ मीटर की दूरी पर हुआ था. इसके पहले छपरा में जन गण मन यात्रा के दौरान पत्थरबाजी हुई थी.
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