बिहार: बिहार में बहार है तमंचे की भरमार है. पिछले 24 घंटों में बिहार के कई जिलों में गोली चलने से मौत हुई. अब सीवान का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें तीन युवक बाइक पर दिखाई दे रहे हैं. बाइक पर सवार इन तीनों युवकों में से एक शख्स के हाथ में पिस्टल है और वो गाली गलौच करता हुआ खुलेआम घूम रहा है. इतना ही नहीं वो नशे में भी झूम रहा है. वो भी सड़क पर बीच मोहल्ले में.


आस पास के लोग उसे देख रहे हैं, लेकिन कोई उसे रोकने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा. उसे पुलिस का कोई खौफ नहीं है. हाथों में पिस्टल लिए युवक कुछ देर सड़क पर खुलेआम घूमता है और फिर हाथ में पिस्टल थामें ही बाइक पर अपने दोस्तों के साथ सवार हो जाता है. वीडियो के बारे में जब जानने की कोशिश की गई तो पता चला कि यह वीडियो महराजगंज के काजी मोहल्ले का है और यह वीडियो होली के दिन का है.


हालांकि इस मामले पर जब सीवान के पुलिस कप्तान से टेलीफोन पर बात-चीत की गई तो उन्होने कहा कि आपके माध्यम से जानकारी मिली है. अगर इस तरह का वीडियो हमारे पास आता है, तो इसकी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


जेडीयू के नेता डॉ अजय आलोक ने अपनी सरकार का बचाव किया और लालू राबड़ी शासन काल से अलग अपनी पीठ थपथपाई. उन्होंने कहा, "जो भी शख्स है, जो बाइक पर तमंचे लहरा है, ये अंततोगत्वा अपनी जगह पर पहुंच जाते हैं. यानी कानून के शिकंजे में. क्राइम फ्री स्टेट कभी नहीं हो सकता है पर हमारे यहां एक विशेषता है कि जो क्राइम करता है, उसे हम कभी छोड़ते नहीं हैं. उसमें कानून अपना काम करता है, चाहे वो जो भी ह. यही कारण है कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति अन्य राज्यों की अपेक्षा बहुत ठीक है. क्योंकि यहां कभी भी अपराधी को बख्शा नहीं गया है."


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आरजेडी को कानून व्यवस्था पर बोलने का हक नहीं
आरजेडी को लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है, जिनके राज्य में अपहृत व्यक्ति सीएम आवास में मिलता था. चोरी की गई गाड़ियों का ठिकाना सीएम हाउस हुआ करता था. अब वो लोग हम पर लॉ एंड ऑर्डर को लेकर प्रश्न उठाएंगे? इनके राज में नरसंहार का दौर चला था और ये हम पर सवाल उठाएंगे? पटना में 6 बजे के बाद कोई घर से बाहर नहीं निकलता था. अब वो हम पर सवाल उठाएंगे. इसलिए हम पर सवाल उठाने से पहले जरा अपना चेहरा खुद आईने में देख लें.


आरजेडी ने कहा बिहार में एके-47, एके-56 खिलौना बना
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "बिहार में अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है.आये दिन जिस तरह हत्या, लूट मचाया जा रहा है. AK-47, AK-56 खिलौने की तरह लहराया जा रहा है. बिहार में कोई हथियार लेकर डांस करता है तो, कोई निकालकर दिखाता है और उसका वीडियो वायरल कर रहा है. कानून के राज का दावा करने वाले लोग अब चुप हैं. आये दिन किसी के बेटे, तो किसी के पति की हत्या हो रही है. बिहार कराह रहा है, कानून का राज बिहार में जिस तरह से चौपट है ये सरकार में बैठे लोगों को दिख नहीं रहा है. सरकार सत्ता में मस्त है. पुलिस प्रशासन पस्त है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. यहीं है बिहार में कानून का राज."


कांग्रेस ने कहा नीतीश ओवरलोडेड गृह विभाग किसी और को दें. कांग्रेस के प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा, "यह बिहार के लिए आम बात है. कल पटना में जेडीयू से जुड़े एक कार्यकर्ता की हत्या हो गई. परसों सीएम के गृह जिला नालंदा में एक डॉक्टर की हत्या हो गई. तो ये रोज हो रहा है. 14 साल से पुलिस महकमे को खुद नीतीश कुमार संभाल रहे हैं. अगर नीतीश कुमार खुद गृहमंत्री हैं और लगातार हत्या अपहरण छोटे मोटे घटना से लेकर लूट डकैती हो रही है बिहार में तो क्या नीतीश कुमार को इन चीजों की जिम्मेदारी नही लेनी चाहिए."


प्रेमचंद मिश्रा ने कहा, "मैंने पहले भी कहा था इन बातों को. नीतीश कुमार पार्टी के अध्यक्ष भी हैं, मुख्यमंत्री भी हैं. ऐसे में वो ओवरलोडेड हैं. वो गृहमंत्रालय को ठीक से नही देख पा रहे हैं, तो अगर बिहार में अपराध पर काबू पाना है या उनपर नकेल कसनी है और पुलिस डिपार्टमेंट को चुस्त दुरुस्त करना है, तो मुख्यमंत्री को गृह मंत्रालय का मोह छोड़ना चाहिए और बिहार को एक पूर्णकालिक गृह मंत्री देना चाहिए. चाहे वो अपनी ही पार्टी से बनाए, लेकिन वो सब कुछ अपने पास ही रखना चाहते हैं और कुछ हो नही रहा है. इससे बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बद से बदतर हो रही है और सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए."


सहरसा में दो गुट भिड़े
बिहार के सहरसा के पतरघट ओपी क्षेत्र के पतरघट मुख्य बाजार में होली पर्व के दिन बंद दुकान को जबरन खुलवाने को लेकर दो गुटों में मारपीट और गोलीबारी की घटना हुई. लेकिन पुलिस प्रशासन की तरफ से गोलीबारी मामले में किसी भी तरह का कोई संज्ञान नही लिया गया, जिसके बाद फिर से बुधवार के दिन दो गुटों में जमकर पत्थरबाजी और गोलीबारी की घटना हुई. ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं गईं. सामने आए वीडियो में पतरघट बाजार में मौजूद भीड़ में से एक युवक अपने हाथ में देशी कट्टा लहराते हुए बाहर निकलते हुए नजर आ रहा है.


इस गोलीबारी की घटना से पतरघट मुख्य बाजार के व्यवसाइयों में दहशत का माहौल कायम हो गया है. जिस वजह से छोटे बड़े व्यवसाइयों ने अपनी दुकाने बंद कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है. घटना की जानकारी पुलिस को मिलते ही मौके पर पहुंच कर आक्रोशित व्यवसाइयों को समझाने में जुट गई है.


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