बिहार: जहरीली शराब से मौत के आंकड़ों में तेजी, तेजस्वी यादव ने शराबबंदी के बावजूद मौत पर उठाए सवाल
होली के दिन जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा हैं. वहीं पुलिस का कहना है कि अभी ये साफ नहीं हो पाया है कि इन लोगों की मौत शराब पीने की वजह से हुई है. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही हैं. इन सबके बीच तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया है कि राज्य में शराबंदी के बावजूद कैसे शराब के सेवन से मौते हुई हैं?
बिहार के नवादा जिले में ज़हरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा अब 12 हो चुका है. ज़िले के अलग अलग हिस्से में कई लोगों ने होली के दिन शराब का सेवन किया जिसके बाद से लगातार मरने वालों का आंकड़ा बढ़ रहा है.
पुलिस की थ्योरी को ग़लत साबित करते मृतक के परिवार!
वहीं ज़हरीली शराब बांटने के मामले में पुलिस ने अब तक एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी की है लेकिन सवाल ये है कि जिस राज्य में शराबबंदी को पाँच साल हो चुके हैं वहां धड़ल्ले से शराब कौन बांट रहा है.एबीपी न्यूज़ ने गुरुवार को नवादा के सदर अस्पताल जा कर ईलाज़ करा रहे कई लोगों से बात करने की कोशिश की. इसके साथ ही वहाँ मौजूद ज़िला पुलिस की प्रतिक्रिया लेना चाही जिसमें उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही हैं.
कई लोगों की मौत की वजह स्पष्ट नहीं
वहीं एसडीएम के मुताबिक़ मरने वालों के परिवार डायरिया एक वजह बता रहे हैं जबकि कईयों के मौत की वजह का अब तक साफ़ पता नहीं चल पाया है.पुलिस इस बात को सीधे तौर पर मानने को तैयार नहीं कि मरने वालों ने किसी शराब का सेवन किया था.
परिवारों का मानना है कि शराब के सेवन से हुई मौत
हमने नवादा के बुधौल और ख़रीदी बिगहा गांव के रहने वाले मृतकों के परिवार से बात की. ख़रीदी बिगहा में रहने वाले दिनेश के परिवार में उनकी पत्नी और बूढ़ी माँ हैं. पत्नी ने बताया कि होली के दिन ही कहीं से घूमते हुए दिनेश शाम तक घर पहुंचे जिसके बाद उन्हें नींद आ गयी.शाम क़रीब 4-5 बजे उन्हें उठाने की कोशिश की गयी लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.पत्नी का कहना है कि कहीं से शराब पी कर दिनेश लौटे थे और तब से ही तबियत ख़राब लग रही थी.
पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का है इंतजार
वहीं पास के ही बुधौल गांव के निवासी धर्मेंद्र कुमार की पत्नी ने भी यही बताया कि किस तरह होली के दिन उनेक पति शराब पी कर लौटे थे और फिर उनकी तबियत ख़राब हो गई थी. उन्हें उलटियां करते हुए देखकर उनकी पत्नी अस्पताल लेकर गयी थी. हालांकि डॉक्टर ने जाँच के तुरंत बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया था. साथ ही शराब पीने की बात भी लिखित तौर पर कही थी. इन सबके बावजूद नवादा पुलिस को पोस्टमोर्टेम रिपोर्ट का इंतज़ार है जिसके आधार पर किसी नतीजे पर पहुंचे सके.
शराब से हुई मौतों पर तेजस्वी यादव ने उठाए सवाल
नवादा में हुई इस घटना के बाद चारों तरफ़ बवाल मचा हुआ है. ज़हरीली शराब की वजह से लोगों की जानें चली गयी जिसे लेकर तेजस्वी यादव भी नीतीश सरकार पर ख़ूब निशाना साध रहे हैं. तेजस्वी ने गुरुवार को ट्वीट के लिखा है कि, “माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी, क्या आप जानते है जहरीली शराब से कल बिहार में 14 व्यक्तियों की मौत हो गयी? क्या आप 14 लोगों की हत्या के दोषियों को बचाने के अलावा उनके लिए शोक संवेदना भी व्यक्त नहीं करेंगे?क्या अभी भी आपको लगता है बिहार में शराबबंदी है?जवाब अपेक्षित है.
माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी,
क्या आप जानते है जहरीली शराब से कल बिहार में 14 व्यक्तियों की मौत हो गयी? क्या आप 14 लोगों की हत्या के दोषियों को बचाने के अलावा उनके लिए शोक संवेदना भी व्यक्त नहीं करेंगे? क्या अभी भी आपको लगता है बिहार में शराबबंदी है?जवाब अपेक्षित है। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 1, 2021
पुलिस की थ्योरी पर भी उठाए सवाल
यही नहीं पुलिस की थ्योरी पर भी तेजस्वी यादव ने सवाल उठाते हुए ट्वीट किया और लिखा कि क्या किसी दोषी अधिकारी पर कोई कारवाई हुई? मृतकों के परिजन कह रहे है ज़हरीली शराब से उनके अपनों की मौत हुई है. पोस्ट्मॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर भी यही कह रहे है लेकिन प्रशासन कह रहा है कि नहीं. तो क्या संयोग ही ऐसा था कि एक ही दिन सभी की बिमारियों से मौत हो गयी.
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