पटनाः बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे कमजोर विद्यार्थी परीक्षा टालने के मुद्दे खोजते हैं, वैसे ही आरजेडी अपनी संभावित हार को देखते हुए चुनाव टालने के बहाने खोज रहा है. बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन कोरोना वायरस के कारण उपजी स्थिति को देखते हुए इनके आगे बढ़ने की आशंका भी जताई जा रही है.


पुराना ट्वीट हटाकर किया नया ट्वीट


मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘विधानसभा चुनाव समय पर हों या टल जाएं, एनडीए आयोग के निर्णय का पालन करेगा. हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं, लेकिन जैसे कमजोर विद्यार्थी परीक्षा टालने के मुद्दे खोजते हैं, वैसे ही आरजेडी अपनी संभावित हार को देखते हुए चुनाव टालने के लिए बहाना खोज रहा है.’’





सुशील मोदी ने इससे पहले किये गये अपने एक ट्वीट को हटा दिया जिसमें उन्होंने आरजेडी का नाम लेने के बजाय ‘कुछ राजनीतिक दल’ शब्द इस्तेमाल किया था. कांग्रेस ने दावा किया था कि वह सहयोगी एलजेपी पर निशाना साध रहे हैं.


कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य और पार्टी प्रवक्ता प्रेम चंद्र मिश्रा ने एक वीडियो संदेश में आरोप लगाया कि राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के साथ दुर्व्यवहार जाहिर हो गया है और बिहार में एनडीए अब कभी भी टूट सकता है.


NDA में विचारों की आजादी, गठबंधन अटूटः बीजेपी


इस घटनाक्रम पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने रविवार को एनडीए गठबंधन को अटूट बताया. उन्होंने कहा कि गठबंधन के तौर पर तीनों दलों (बीजेपी-जेडीयू-एलजेपी) की एकता पूरी तरह से अटूट है और हम पूरी मजबूती से आगामी चुनाव एकसाथ मिलकर लड़ेंगे.


जायसवाल ने कहा कि हमारे गठबंधन में लोकतंत्र है और सभी अपनी बातें और विचार रखने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन एनडीए के तीनों दलों के लिए जनता का विकास ही प्रमुख है. हमारी नीतियां जनता के इर्दगिर्द ही तय होती हैं. इसीलिए हमारे गठबंधन में न तो आपसी मतभेद हैं और न ही मनभेद.


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा “हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले ही इस बात को साफ़ कर चुके हैं कि बिहार में तीनों दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे, जिसके बाद इस मुद्दे पर किसी तरह की चर्चा का कोई अर्थ ही नहीं निकलता. गठबंधन के तौर पर हमारे तीनों दलों का ध्येय बिलकुल साफ़ है, हमारे निर्णयों में एकरूपता है जो हमारे गठबंधन की अंदरुनी एकता को दर्शाता है.”


उन्होंने कहा “बिहार का विकास ही हमारी पहली और आखिरी प्राथमिकता है. बिहार में जब भी चुनाव होंगे, राजग के तीनों दल उसे एक साथ मिलकर, पूरी मजबूती से लड़ेंगे.” हालांकि एलजेपी ने पूरे घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.


एनडीए के सूत्रों ने कहा कि उप मुख्यमंत्री से ऐसे महत्वपूर्ण समय में ‘‘गलती’’ हुई है जब केंद्रीय मंत्री और एलजेपी संस्थापक रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने एक दिन पूर्व आशंका जतायी थी कि कोरोना काल में चुनाव से कहीं और आर्थिक संकट न गहरा जाए और ऐसा न हो कि मात्र चुनाव के कारण बिहार वासियों को खतरे में झोंक दिया जाए.


ये भी पढ़ें


पुणेः एक दिन में आए सबसे ज्यादा 1088 नए मामले, मरने वालों की संख्या 1075 हुई


कश्मीरः बारामूला में दो पाकिस्तानी समेत तीन आतंकवादी ढेर, सोपोर हमले में शामिल थे 2 आतंकी