नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर क्या लोक जनशक्ति पार्टी नेता रामविलास पासवान कांग्रेस से संपर्क करने की कोशिश में हैं? यह सवाल इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को राहुल गांधी की बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ ऑनलाइन बैठक में सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि "रामविलास पासवान मुझसे बात कर रहे हैं".


बैठक में मौजूद सूत्रों के मुताबिक अखिलेश सिंह ने असन्तोष जताते हुए कहा, "रामविलास पासवान फोन कर रहे हैं लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से इस मुद्दे पर बात करने के लिए मुझे समय नहीं मिल पा रहा".


सूत्रों के मुताबिक अखिलेश सिंह ने पार्टी के अंदरूनी दिक्कतों की शिकायत करते समय रामविलास पासवान वाली बात का खुलासा किया. हालांकि इसपर राहुल गांधी ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की.


शुक्रवार को राहुल गांधी ने बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ ऑनलाइन बैठक की जिसमें राहुल ने कहा कि प्रचार में मैं पूरा समय दूंगा. वहीं प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल से कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर बात समय से तय कर लें.


सूत्रों के मुताबिक बिहार में कांग्रेस को नम्बर 4 पार्टी बताए जाने पर एतराज जताते हुए राहुल नर कहा कि बिहार में कोई भी पार्टी 1 नम्बर की पार्टी नहीं है. सब में 19-20 का फर्क है यानी नम्बर 1 और 4 में ज्यादा फर्क नहीं है. राहुल ने यह भी कहा कि गठबंधन में सबको एक दूसरे की जरूरत है.


सूत्रों के बताया कि कुछ नेताओं ने दबी जुबान में तो कुछ ने खुल कर आरजेडी से गठबंधन और तेजस्वी के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए लेकिन राहुल ने इन बातों का जवाब नहीं दिया. नेताओं को जमीन पर काम करने की सलाह देते हुए राहुल ने कहा कि हम सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ेंगे. तकरीबन सवा तीन घन्टे चली बैठक में राहुल सवा घन्टे मौजूद रहे.


बिहार में साल के अंत तक विधानसभा के चुनाव होने हैं. राज्य में कांग्रेस आरजेडी की सहयोगी की भूमिका में है. वहीं रामविलास पासवान मोदी सरकार में मंत्री हैं. हालांकि सूत्रों का मानना है कि विधानसभा चुनाव से पहले पार्टियों के अंदरखाने नए समीकरणों को लेकर विचार विमर्श चल रहा है. अखिलेश सिंह के खुलासे से इसी बात पर मुहर लगती है. हालांकि इस बारे में अखिलेश सिंह से बात करने की कोशिश नाकामयाब रही.


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