नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने आज पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इस बैठक में एनडीए के साथ सीट शेयरिंग को लेकर चल रही खींचतान के बीच चिराग पासवान कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.
बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्यों के रूप में प्रदेश प्रधान महासचिव शाहनवाज़ कैफी और प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी भी बुलाए गए हैं. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह एलजेपी संसदीय बोर्ड की आख़िरी बैठक होगी.
सीट बंटवारे को लेकर एनडीए के भीतर बातचीत और खींचतान का दौर जारी है. एलजेपी यह लगातार कहती आई है कि वे 143 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. ऐसे में आज होने वाली बैठक महत्वपूर्ण होगी. इस बैठक में सभी 143 प्रत्याशीयों पर चर्चा होगी. बैठक शाम 5 बजे 12 जनपथ पर होगी.
बता दें कि जेडीयू और एलजेपी में तकरार बढ़ती जा रही है. शुक्रवार को एलजेपी ने अपने बयान में कहा कि वह नीतीश कुमार के सात निश्चय को नहीं मानती. सात निश्चय के सारे काम आधे अधूरे हैं. जिन लोगों ने भी इस सात निश्चय का काम किया है, आज तक उनके पैसों का भुगतान तक नहीं हुआ है.
इसके साथ ही बयान में कहा गया है कि इस योजना की हकीकत बिहार के गांवो में देखी जा सकती है. इनकी योजनाओं से लोक जन शक्ति पार्टी ना तो सहमत है और ना ही आगे रहेगी. यानि लोजपा अब खुलकर जेडीयू पर हमलावर हो रही है.
इस बीच केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए के संकट को दूर करने के वास्ते ‘तीन-चार’ लोगों को हस्तक्षेप करने के लिए अधिकृत किया है. बिहार के पटना साहिब लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले रविशंकर प्रसाद ने हालांकि उन लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया जिन्हें बीजेपी अध्यक्ष ने इस काम के लिए अधिकृत किया है.
केंद्रीय मंत्री ने हालांकि जोर देकर कहा कि एनडीए में सभी चीजें सहमति के आधार पर सुलझ जाएंगी और विधानसभा चुनाव में एनडीए को दो तिहाई बहुमत मिलेगा. रविशंकर प्रसाद से चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी के रूख के बारे में पूछा था.
हाथरस मामला: एसपी सहित पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड, जानें इस केस में अब तक क्या-क्या हुआ?