पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को बहुमत प्राप्त होने के बाद सभी की निगाहें अगली सरकार के गठन पर टिकी हैं और ऐसी संभावना है कि दीपावली के बाद अगले सप्ताह नई सरकार का गठन हो सकता है. जानकार सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी और कहा कि जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे.
बिहार में सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने की राह पर बढ़ते हुए नीतीश कुमार अगले सप्ताह सोमवार (16 नवंबर) या उसके बाद शपथ ग्रहण कर सकते हैं . इससे पहले नवंबर के अंत में वर्तमान सरकार का कार्यकाल समाप्त होने के मद्देनजर वह राज्यपाल को इस्तीफा भेज सकते हैं .
बिहार में अभी तक सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड श्रीकृष्ण सिंह के नाम पर है जो इस पद पर 17 वर्ष 52 दिन तक रहे थे . नीतीश कुमार इस पद पर अभी तक 14 वर्ष 82 दिन तक रह चुके हैं .
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कुमार का नाम पिछले दो दशकों में सात बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने की विशिष्ट श्रेणी में आ जाएगा . उन्होंने सबसे पहली बार साल 2000 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी लेकिन बहुमत के लिए जरूरी विधायकों का समर्थन नहीं मिलने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था .
साल 2005 में राजग को पूर्ण बहुमत मिलने पर कुमार मुख्यमंत्री बने. साल 2014 में लोकसभा चुनाव में जेडीयू के खराब प्रदर्शन को देखते हुए नैतिक आधार पर कुमार ने मुख्यमंत्री पद त्याग दिया था. हालांकि एक वर्ष से भी कम समय में वह सत्ता में वापस लौटे .
साल 2015 में नीतीश कुमार के जेडीयू और लालू प्रसाद की पार्टी राजद ने महागठबंधन बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ा था जिसे जीत हासिल हुई थी . हालांकि, तब तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम धनशोधन के मामले में सामने आने पर उन्होंने जुलाई 2017 में इस्तीफा दे दिया था . कुमार ने हालांकि अगले दिन ही बीजेपी के सहयोग से नई सरकार बना ली थी .
बिहार विधानसभा चुनाव में बेहद रोमांचक मुकाबले में विपक्ष की कड़ी चुनौती को पार करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने 243 सीटों में से 125 सीटों पर कब्जा कर बहुमत हासिल कर लिया जबकि महागठबंधन के खाते में 110 सीटें आईं .
बीजेपी की 74 और जेडीयू की 43 सीटों के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन के साझेदारों में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को चार और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को चार सीटें मिलीं.
वहीं, विपक्षी महागठबंधन में राजद को 75, कांग्रेस को 19, भाकपा माले को 12 और भाकपा एवं माकपा को दो-दो सीटों पर जीत मिली. राजग से अलग होकर अकेले चुनाव मैदान में उतरी चिराग पसवान की लोक जनशक्ति पार्टी एक सीट पर ही जीत हासिल कर सकी है.
बिहार चुनाव का परिणाम आने के बाद पहली प्रतिक्रिया में नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘जनता मालिक है. उन्होंने राजग को जो बहुमत प्रदान किया, उसके लिए जनता-जनार्दन को नमन है.’’ नीतीश ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल रहे सहयोग के लिए उनका धन्यवाद करता हूँ.’’