बिहार चुनावों की गिनती आज सुबह 8 बजे से शुरू होने वाली है. माना जा रहा है कि गिनती शुरू होने के बाद जहां रुझान साढे नौ बजे से आने लगेंगे लेकिन नतीजे आने में थोड़ा वक्त लग सकता है. जिसका कारण हर विधान सभा क्षेत्र में औचक रूप से 5 बूथों पर डाले गए वोटों और वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान किया जाना है. बता दें कि पहले रेंडम्ली एक विधान सभा के एक बूथ में मिलान होता था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे पांच कर दिया.
इसके साथ ही कोरोना के दौरान भारत में हो रहे ये पहले चुनाव हैं. माना जा रहा है कि इसका असर इन चुनावों पर पड़ने वाला है. इन चुनावों मे एहतियात बरतते हुए निर्वाचन आयोग ने मतगणना बूथों की संख्या डेढ़ गुना से भी ज़्यादा बढ़ा दी है. इन सबका मिलान करने में भी थोड़ा अतिरिक्त समय लग सकता है.
इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए चुनाव आयोग ने मतगणना केन्द्रों की संख्या बढ़ा दी थी. उसी को देखते हुए मतगणना के लिए भी अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई गई है.
मतगणना केन्द्रों की तादाद बढ़ाकर 55 कर दी गई है. मतगणना कर्मचारियों की भी तादाद उसी अनुपात में बढ़ाई गई है. चार जिलों पूर्वी चम्पारण, गया, सीवान और बेगूसराय जिलों में 3-3 केन्द्रों पर मतगणना होगी जबकि पूर्णिया, मधुबनी, सहरसा, गोपालगंज, दरभंगा, भागलपुर, बांका, नवादा और नालन्दा में 2-2 मतगणना केन्द्र बनाए गए हैं. बाकी बचे 23 जिलों में 1-1 मतगणना केन्द्र हैं.
मतगणना केन्द्रों में 414 हॉल में काउंटिंग टेबल लगाए गए हैं. हमेशा की तरह पहले पोस्टल बैलट की गिनती होगी. इस बार बड़ी संख्या में बुर्जुगों, कोविड प्रभावित लोगों ने पोस्टल यानी लिफाफाबंद मतपत्रों का प्रयोग किया. जिन्हें मतदाताओं के घर से मतदान प्रक्रिया में नियुक्त बूथ लेवल अधिकारी लेकर गए.
पोस्टल और सर्विस बैलेट पेपर की गिनती के बाद ईवीएम के ज़रिए हुई पोलिंग से गिनती होगी. इसी दौरान औचक रूप से हर विधान सभा क्षेत्र से 5-5 बूथ की ईवीएम और वीवीपीएटी की पर्चियों का मिलान भी होगा. यानी थोड़ा ज्यादा समय इसमें भी लगेगा. लेकिन निर्वाचन आयोग के अधिकारियों का मानना है कि 3-4 बजे तक अंतिम परिणाम आ जाएंगे. हालांकि 12-1 बजे तक क्लियर हो जाना चाहिए कि किसकी सरकार बन रही है.