पटना: बीजेपी-वीआईपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुधवार को देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जो एनडीए के साथ मिलकर लड़ेगा वो हमारा है, जो दूसरी पार्टी से लड़ेगा वो हमारा नहीं है. ऐसे लोगों को समझाया तो जाएगा लेकिन नहीं माने तो बख्शा नहीं जाएगा. माना जा रहा है कि उनका इशारा एलजेपी और पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान की तरफ था.


वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री हमारे स्टार प्रचारकों में से एक हैं. उनके चेहरे का कोई और इस्तेमाल करेगा तो हम एफआईआर करवाएंगे. प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में संजय जायसवाल ने नरेंद्र मोदी को देश का पहला अति पिछड़ा प्रधानमंत्री बताया.


वहीं मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन में समस्या है. वहां रणनीति की चूक रही. उनके पास कोई योजना नहीं थी. वे मीठी बातें करते थे लेकिन मन में कपट था. अति पिछड़े मल्लाह के बेटे को पीठ में खंजर खोंपा गया. उन्होंने कहा, “खुशी है उस घर में वापस पहुंच गया हूं जहां से राजनीति शुरू की थी. हमें निमंत्रण मिला और हम हिस्सा हैं. इस देश में पिछड़ों के नेता नरेंद्र मोदी हैं जिन्होंने मेरी पीठ में मरहम लगाने का काम किया.”


बता दें कि बीजेपी ने अपने कोटे की 121 सीटों में से मुकेश सहनी की वीआईपी को 11 सीटें दी हैं. संजय जायसवाल ने कहा कि वीआईपी पार्टी को 11 विधानसभा की सीटें दी हैं और भविष्य में एक विधानपरिषद की भी सीट देंगे.


कुछ दिन पहले तक मुकेश सहनी बिहार में विपक्षी महागठबंधन का हिस्सा थे और टिकटों को लेकर दावा कर रहे थे कि आरजेडी ने उन्हें 25 सीटें और सरकार बनने पर उप मुख्यमंत्री के पद की पेशकश की है. लेकिन आरजेडी नीत महागठबंधन द्वारा घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे की घोषणा किये जाने के दौरान वीआईवी के सीटों की संख्या नहीं बताने से मुकेश सहनी नाराज हो गए थे और प्रेस कांफ्रेंस छोड़कर बाहर चले गए थे. इसके बाद वे महागठबंधन से अलग हो गए.


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