JDU Leader Manorama Devi: बिहार में जेडीयू की पूर्व एमएलसी का नक्सली कनेक्शन सामने आया है. लगातार छापेमारी के बाद जो जानकारियां सामने आई है वो चौंकाने वाली है इस पर बिहार की सियासत गरमा गई है. मनोरमा देवी की पहचान जेडीयू की पूर्व MLC के रूप में हुई है और उन पर नक्सली कनेक्शन के आरोप लगे हैं. इस मामले की जांच NIA कर रही है.
नक्सली कनेक्शन मामले में NIA की टीम पूर्व MLC मनोरमा देवी के घर पहुंची. बिहार के गया में जेडीयू की पूर्व MLC मनोरमा देवी के घर पर NIA की रेड 17 घंटे तक चली. कुल मिलाकर बिहार में NIA ने 5 जगह छापेमारी की. बिहार के गया और कैमूर में भी NIA ने छापे मारे. तीन संदिग्धों के घर और दफ्तर में भी पड़ताल की गई.
मनोरमा देवी ने दी ये सफाई
दावा किया जा रहा है कि जांच में तीनों संदिग्धों का नक्सली कनेक्शन सामने आया है. छापेमारी के दौरान NIA की टीम ने चार करोड़ रुपये कैश, कई हथियार और डिवाइस भी बरामद की हैं. NIA की रेड पर मनोरमा देवी ने भी सफाई दी है. मनोरमा देवी ने कैश मिलने पर कहा कि ये कैश कंपनी का है.
बिहार की सियासत गरमाई
मनोरमा देवी तो सब कुछ ठीक होने की बात कह रही है लेकिन इस मुद्दे पर बिहार का सियासी पारा हाई होने लगा है. विपक्षी दलों के नेता इस मुद्दे पर जेडीयू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधने में जुटे हैं.
NIA का पूरा एक्शन
नक्सली कनेक्शन में NIA के एक्शन की कहानी की शुरुआत महाराष्ट्र के औरंगाबाद से हुई. सात अगस्त, 2023 को औरंगाबाद से CPI (M) के 2 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई, दोनों के पास से ही हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए. 26 सितंबर 2023 को NIA ने 20 लोगों पर केस दर्ज किया. इसी साल NIA ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया. दोनों पर नक्सली गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप है. करीब एक साल से NIA इस मामले की जांच में जुटी है और अब मनोरमा देवी का नाम आने से केस हाईप्रोफाइल बन गया है. मनोरमा देवी भले ही कह रही है कि बरामद सारी चीजों के सबूत और कागजात उन्होंने NIA को उपलब्ध करा दिए लेकिन अगर सबकुछ सही था तो 17 घंटे की छापेमारी की जरूरत क्यों पड़ी, ये एक बड़ा सवाल है. मतलब अभी इस केस में कई परतें खुलनी बाकी है.
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