Vijay Sinha On Bihar Hooch Tragedy: बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर बयानबाजी जारी है. शासन-प्रशासन की ओर से इस घटना में सिर्फ 38 लोगों के मरने की बात कही जा रही है, बनियापुर से आरजेडी विधायक केदार सिंह भी 100 से ज्यादा मौतों की बात कह रहे हैं. अब इस मामले पर भी राजनीति गरम है. बीजेपी के दिग्गज नेता और बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष विजय सिन्हा ने सरकार पर जमकर हमला बोला. 


विजय सिन्हा ने पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है. साथ ही मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है. उनका कहना है कि सरकार मौत का आंकड़ा छिपा रही है. उन्होंने कहा, "हम उस क्षेत्र में गए हैं. हमें लोगों ने बताया कि प्रशासन के दबाव में बगैर पोस्टमार्टम किए लाशों को जलाया गया है."


मौत का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया


ABP न्यूज से बात करते हुए विजय सिन्हा ने कहा, "ये सही है कि सरकार की ओर से मौत का आंकड़ा छुपाया जा रहा है. शासन-प्रशासन में बैठे लोग भय का वातावरण बना रहे हैं. लोगों को मुआवजा देने की बजाय, संवेदना प्रकट करने की बजाय इस तरह का वातारवण शासन-प्रशासन में बैठे लोग तैयार कर रहे हैं, ये दुखद है. हमने इस मामले के सदन के अंदर भी रखा है और सदन के बाहर भी रखा है." उन्होंने कहा, "सत्य को स्वीकारना पडे़गा, लाश को कैसे छुपाएंगे. कोई कैसे इंकार कर सकता है कि लाशें नहीं निकली हैं."


बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी सवाल उठाए


विजय सिन्हा ने कहा कि इस घटना में हुई मौतों का आंकड़ा यदि 100 से ज्यादा हो जाए, यदि ये आंकड़ा 150 भी पार कर जाए तो कोई आश्चर्य नहीं हैं. बहुत से लोग तो बाहर जाकर निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं.


उन्होंने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, "जो लोग सरकारी अस्पताल में जा रहे हैं, उनकी मौत पहले हो रही है." बीजेपी नेता ने 100 लोगों के मरने का दावा किया, जबकि डीएम ने भी 38 मौतें होने की बात कही है. 


शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए


डीएम के दावे का खंडन करते हुए नेता विपक्ष ने कहा, "वहां पर पूरी व्यवस्था फेल है. खुल करके डीएसपी, एसपी और थाना प्रभारी का कमाई का अड्डा है. दारू-बालू, सबसे बड़ा प्रशासन की कमाई का माध्यम है. इन सब लोगों के माफियाओं से संबंध हैं. ये छुपाते हैं आंकड़ों को, घटना को दबाते हैं. इतनी बड़ी घटना घटी है तो ये खुला भी. पहले तो इसे बीमारी का बहाना करके दबा दिया जाता था." 


बीजेपी नेता ने पूर्ण नशाबंदी का समर्थन किया


बीजेपी नेता ने कहा, "मैंने सदन के अंदर भी इस बात को रखा. मुख्यमंत्री जी से कहा कि आपकी नीति, जिस समय बनी थी मैं विपक्ष में था. मैं पूर्ण नशाबंदी के पक्ष में हूं. आपने सिर्फ शराबबंदी करके नशा के अन्य माध्यमों को बढ़ावा देने का काम किया. आज अफीम-चरस कई तरह के नशे बढ़ रहे हैं. आपके ही लोग इसे कर रहे हैं." विजय सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है. 


'दोहरा रवैया अपनाते हैं नीतीश कुमार'


बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष विजय सिन्हा ने कहा, "एक तरफ आप गोपालगंज में शराब बनाने वाले मालिक को उम्मीदवार बनाते हैं. कुढ़नी विधानसभा में शराब पीने वाले को उम्मीदवार बनाते हैं. दूसरी तरफ गरीब, दलित को शराब पीने के जुर्म में जेल भेजते हैं. ये दोहरा चरित्र है. उनको मुआवजा मिलना चाहिए. हाईकोर्ट के किसी जज से इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए और प्रशासन के लोगों को भी जांच के दायरे में लाना चाहिए. ये मौत नहीं है, ये सरकार संपोषित नरसंहार है. न्यायिक जाच के माध्यम से प्रशासन की ओर से जो दबाया जा रहा है, वो सारा उभरकर सामने आएगा." 


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