BJP on Bihar Hooch Tragedy: बिहार के छपरा (Chapra) में कथित जहरीली शराब से मरने वालों की संख्‍या 30 तक पहुंच गई है. बीजेपी ने एक बार फिर से इन मौतों के लिए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने नीतीश सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि अपराध बढ़ रहा है लेकिन नीतीश कुमार को दिखाई नहीं देता है. वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने भी बिहार सरकार को इस मुद्दे पर घेरा है.


14 दिसंबर को शराबबंदी के मसले पर बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में भी जबरदस्‍त हंगामा हुआ था. इस दौरान प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार ने कथित तौर पर आपा खो दिया था. 


गिरिराज सिंह ने नीतीश को घेरा


केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने छपरा में जहरीली शराब त्रासदी को लेकर नीतीश सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा, ''यह बिहार का दुर्भाग्य है कि जब से शराब नीति आयी है, कई गरीब लोग मारे गए हैं लेकिन मुख्यमंत्री जी को थोड़ी सी भी संवेदना नहीं है और जब सदन में आते हैं तो इस तरह से बोलते हैं, जिसकी जनता उम्मीद नहीं करती है. अपराध बढ़ रहा है लेकिन नीतीश कुमार को दिखाई नहीं देता है. बिहार में शराब भगवान की तरह हो गई है, दिखती नहीं लेकिन मौजूद हर जगह है. आपसे अगर नहीं हो रहा है तो इस्तीफा दे दीजिए.''


गिरिराज सिंह ने आगे कहा, ''नीतीश कुमार पर उम्र भारी हो रही है, इसलिए तेजस्वी को आगे का नेता बना रहे हैं. अब तो नीतीश जी कह रहे हैं कि पार्टी का विलय ही कर दूंगा. जो भी करें लेकिन इन सब घटनाओं से मुक्ति दिलाएं. सदन में इनके व्यक्तित्व से नहीं लग रहा था कि ये वही नीतीश कुमार हैं. जब इन्हें पहले चुना गया था तो विकास के रूप में थे लेकिन अब वो गाली के रूप में हैं.''


अश्विनी चौबे ने भी नीतीश पर बोला हमला


उधर, केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि नीतीश सरकार बिहार में शराबबंदी लागू करने में बुरी तरह फेल हुई हैं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के निगेटिव परिणाम सामने आए हैं. उन्होंने बिहार के छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर ट्वीट किया, ''मौत के मातम से पसरा है सन्नाटा, सोचिए इन परिवारों की कैसे कटी होगी रात! कौन है इन मौतों का जिम्मेदार? बताएं हठधर्मी नीतीश कुमार!''






शराब बैन नीति पर सवाल


शराबबंदी के मसले पर विधानसभा में बीजेपी (BJP) के सवाल पर सीएम नीतीश कुमार कथित तौर पर भड़क उठे थे. इस दौरान उन्‍होंने बीजेपी विधायकों को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया था कि वो शराब का कारोबार करने वालों से मिले हैं. बता दें कि बिहार में पिछले 6 सालों से शराब पर बैन है. इस दौरान नीतीश की गठबंधन सरकार बदलती रही है. ऐसे में विपक्ष भी बदलता रहा लेकिन विपक्ष में जो भी रहा, चाहे वो आरजेडी हो या बीजेपी, नीतीश की इस शराब बैन नीति पर सवाल खड़े किए जाते रहे.


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