Bihar News: बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जांच का आदेश दिया है. एनएचआरसी (NHRC) ने इस घटना की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है. जांच के लिए गठित कमेटी को बिहार जाकर पड़ताल करने के बाद रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है.


मिली जानकारी के अनुसार जांच के लिए गठित कमेटी बिहार जाकर पीड़ितों से मिलेगी. इसके साथ ही पीड़ितों को कहां और किस प्रकार का चिकित्सा उपचार प्रदान किया जा रहा है, इसका जायजा लेगी. आयोग ने कहा कि ज्यादातर पीड़ित गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते हैं और संभवत: निजी अस्पतालों में महंगा इलाज कराने में सक्षम नहीं हैं. ऐसे में राज्य सरकार को पीड़ितों को बेहतर इलाज मुहैया करानी चाहिए.


टीम क्या जांच करेगी 


आयोग ने कहा, NHRC की टीम राज्य सरकार द्वारा दी गई राहत और पुनर्वास के साथ-साथ राज्य भर में अवैध शराब बनाने वाले हॉट स्पॉट को खत्म करने के लिए किए गए या किए जाने वाले उपायों के बारे में जानना चाहेगी. इससे पहले एनएचआरसी ने बिहार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से मामले में विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है. 


सरकार को चार हफ्ते का दिया समय 


इस त्रासदी को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है. आयोग ने सरकार से इस बारे में जल्दी ही जवाब मांगा है. बताया जा रहा है कि जवाब के लिए सरकारों को आयोग ने चार हफ्ते का समय दिया है. 


क्या है मामला 


पंद्रह दिसंबर को जारी चिकित्सा रिपोर्ट के मुताबिक, छपरा इलाके में मरौढ़ा थाना अंतर्गत मशरख, इशुआपुर और अमनौर गांवों में ये मौतें हुईं. बयान में कहा गया है कि पुलिस को संदेह है कि ग्रामीणों ने आस-पास के इलाकों में एक सामान्य दुकान से शराब खरीदी होगी. मृतकों के परिजनों ने कथित तौर पर कहा है कि 50 से अधिक लोगों ने देशी शराब पी थी.


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