नेपाल के रास्ते बिहार पहुंचती है शराब, बॉर्डर पर चलता है पूरा धंधा- ABP न्यूज की पड़ताल में खुली पोल
Bihar News: बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत के बीच एबीपी न्यूज ने पड़ताल की है. इसमें सामने आया कि बिहार-यूपी बॉर्डर पर देसी शराब बेचने के लिए कई अवैध दुकानें हैं.
Bihar liquor Tragedy: बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा 84 पहुंच गया है. प्रदेश में शराबबंदी कानून लागू है. शराब पीने पर भी जेल हो जाती है, इसके बावजूद इतनी संख्या में लोगों के मरने शासन-प्रशासन पर सवाल उठने लगते हैं. बिहार के शराबकांड की ABP न्यूज ने पड़ताल की तो शराबबंदी कानून की पोल खुल गई.
एबीपी न्यूज (ABP News) की पड़ताल में पता चला कि कच्ची जहरीली शराब बिहार-यूपी बॉर्डर एरिया में बड़े आराम से खरीदी और बेची जा रही है. दरअसल बिहार-नेपाल बॉर्डर हो या बिहार-यूपी का बॉर्डर कहीं पर सड़क सीमा रेखा का काम कर रही तो कहीं पर कच्चा रास्ता. इसके कारण यूपी हो या नेपाल, दोनों ही जगहों से काफी मात्रा में कच्ची शराब बिहार पहुंचती है और बॉर्डर वाले जिलों में बेची जाती है.
बिहार में शराब बैन, बॉर्डर पर बिक रही
नेपाल बॉर्डर एरिया में घरों के अंदर भी भट्टियां लगी हैं. किराने की दुकान में भी शराब बिक रही है. बिहार में बॉर्डर इलाके के लोग टहलते हुए बॉर्डर पर पहुंच जाते हैं और बड़े ही आसानी से शराब खरीद लेते हैं. गोपालगंज से जुड़े यूपी के कुशीनगर में 24 घंटे खुलेआम देसी शराब मिल रही है. हमारी टीम ने एक दुकान से जब देसी शराब मांगी थी तो मालिक ने तुरंत 60 रुपये की बंटी बबली नाम की शराब हमें दे दी.
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— ABP News (@ABPNews) December 17, 2022
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बॉर्डर इलाके में आराम से मिलती है शराब
बिहार-उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर रिहाइशी कॉलोनियां हैं. बॉर्डर पर पुलिस चेकिंग करती रहती है और कच्ची शराब गलियों के रास्ते बिहार में दाखिल हो जाती है. जब हमारी टीम गोपालगंज पहुंची, जो कि बिहार का बॉर्डर एरिया है. कच्ची शराब में मिलावट की न तो कोई पहचान होती है और न ही कोई पैमाना तय है.
छपरा में भी खुलेआम बिक रही थी शराब
छपरा में जहां सबसे ज्यादा मौतें हुईं वहां जब ABP न्यूज की टीम ने पड़ताल की तो पता चला कि पुलिस थाना से सिर्फ 1 किमी से भी कम दूरी पर कच्ची शराब बेची जा रही है. स्थानीय लोगों से पूछने पर पता चला कि खेतों के बीच में शराब बेची जा रही थी. वहां खाने-पीने के लिए भी व्यवस्था की गई थी. पुलिस थाना से एक किमी की दूरी पर ही ये सबकुछ होने में लगा था.
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