Bihar Hooch Tragedy: बिहार में जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 75 पहुंच गई है. इस मुद्दे पर बिहार सरकार के खिलाफ विपक्ष हमलावर है. सड़क से लेकर संसद तक नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार को घेरने का प्रयास किया जा रहा है. बिहार से लोकसभा सांसद चिराग पासवान ने मंगलवार (20 दिसंबर) को लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया और एबीपी न्यूज के स्टिंग ऑपरेशन की तारीफ की. 


चिराग पासवान ने संसद में कहा, "एबीपी न्यूज ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की भूमिका निभाई. एक स्टिंग ऑपरेशन करके ये दिखाया कि वहां पर किस तरह से शराब की बिक्री हो रही है. महागठबंधन के तमाम नेता खामोश हैं, क्योंकि वो भी इसमें लिप्त हैं." चिराग ने शराबबंदी कानून के बाद भी प्रदेश में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया और बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. 


बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग


उन्होंने कहा, "एक के बाद एक शराब से मेरे प्रदेश में हत्याओं का सिलसिला शुरू हुआ है. सरकार और प्रशासन इस पूरी घटना को दबाने का प्रयास कर रहा है. एबीपी न्यूज ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की भूमिका निभाई. एक स्टिंग ऑपरेशन करके ये दिखाया कि वहां पर किस तरह से शराब की बिक्री हो रही है. महागठबंधन के तमाम नेता खामोश हैं, क्योंकि वो भी इसमें लिप्त हैं. मैं आपके माध्यम से केंद्र सरकार से स्वतः संज्ञान लेते हुए राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करता हूं और इन तमाम हत्याओं की सीबीआई जांच की मांग करता हूं."


सीएम नीतीश कुमार पर साधा निशाना


इससे पहले चिराग ने नीतीश सरकार की ओर से पीड़ित परिजनों को मुआवजा नहीं दिए जाने पर सवाल खड़े किए थे. एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में चिराग ने कहा था कि मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा जरूर दिया जाना चाहिए. मुख्यमत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा था कि "2016 में गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 19 लोग मरे थे, तो पीड़ित परिवार वालों को मुआवजा दिया था. मुख्यमंत्री जी की नीति स्पष्ट नहीं है. कभी उन्होंने घर-घर शराब की दुकानें खुलवाईं. 2016 में उन्हें ज्ञान प्राप्ति हुई वो शराबबंदी ले आए. कभी मुआवजा देते हैं, कभी मना कर देते हैं." 


शराबकांड के बाद पुलिस का एक्शन


जहरीली शराब कांड के बाद बिहार पुलिस हरकत में आई है. इस कांड में शामिल आरोपियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. एसआईटी के ऑपरेशन क्लीन ड्राइव में सारण जिले के इसुआपुर के कुख्यात शराब तस्कर अखिलेश राय उर्फ अखिलेश यादव को गिरफ्तार किया. इसके अलावा बिहार में अलग-अलग जगहों पर पुलिस की छापेमारी जारी है. इसके अलावा अब तक 6335 लीटर शराब और 21 वाहनों को जब्त किया गया है.


ये भी पढ़ें-खरगे के 'कुत्ते' वाले बयान पर BJP का संसद में हंगामा! कांग्रेस अध्यक्ष बोले- शब्दों पर कायम, आजादी में इनका क्या योगदान?