Nitish Kumar On Liquor Ban: बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा 60 तक पहुंच गया है. इस मुद्दे पर बिहार से लेकर दिल्ली तक हंगामा हो रहा है. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने इस मामले पर कड़ा रुख अख्तियार किया हुआ है. बीजेपी की ओर से शराबबंदी को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर नीतीश कुमार सख्त प्रतिक्रिया दे रहे हैं. उन्होंने शुक्रवार को जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा देने से भी इनकार कर दिया है. आइए देखते हैं शराब और शराबियों को लेकर दिए गए सीएम नीतीश कुमार के पांच बड़े बयान. 


1. बिहार विधानसभा में बुधवार (14 दिसंबर) को बीजेपी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच शराबबंदी को लेकर तीखी बहस हुई थी. सरकार पर अवैध शराब की बिक्री को रोकने में विफल रहने के आरोप पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेहद गुस्से में नजर आए. वे अपनी कुर्सी से उठे और बीजेपी विधायकों की ओर उंगली उठाते कहा कि, "क्या हो गया तुम लोग तो शराबबंदी के पक्ष में थे, तुम लोग अब शराबी हो गए हो." 


2. नीतीश कुमार ने गुरुवार (15 दिसंबर) को भी जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा था कि, "जो पिएगा वो मरेगा ही". उन्होंने कहा कि, "शराबबंदी मेरी व्यक्तिगत इच्छा से लागू नहीं की गई, बल्कि राज्य की महिलाओं के अनुरोध पर इसे लागू किया गया. इस प्रतिबंध से समाज को काफी फायदा हुआ है. मुझे आश्चर्य हो रहा है कि लोग इसके खिलाफ कैसे बोल रहे हैं." 


3. सीएम नीतीश कुमार ने जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले पर शुक्रवार (16 दिसंबर) को विधानसभा में मृतकों को मुआवजा देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि, "किसी ने जहरीली गंदी शराब पी और वो मर गया. उसको हम लोग मदद करेंगे? सवाल ही पैदा नहीं होता. ये अच्छी बात नहीं है. अगर आप लोगों में से कोई नहीं ऐसा सोचता है तो कहिए कि शराबबंदी को बंद कर दीजिए. मुझे आश्चर्य होता है जब कोई कहता है कि जहरीली शराब पीने से मरने वालों की मदद करेंगे. इसका मतलब तो यही हुआ कि शराबबंदी खत्म कर दीजिए."


4. बीते नवंबर के महीने में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक की थी. इस दौरान सीएम ने कहा था कि, "पुलिस अब शराब पीने वालों पर कम ध्यान देगी, लेकिन अगर कोई पीये हुए पकड़े गया तो जेल जाना ही होगा. पुलिस का ज्यादा फोकस अब शराब व्यवसायियों पर रहेगा."


5. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने इससे पहले नवंबर 2021 में भी बिहार के गोपालगंज में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत पर भी बड़ा दिया था. उन्होंने कहा था कि, "शराबबंदी को लेकर कुछ लोग मेरे विरोध में हो गए हैं. मैं इस फैसले को लेकर काफी गंभीर हूं. जब लोग इसका विरोध करते हैं बुरा लगता है. मैं शराब के विरोध में खड़ा हूं और सभी से पूछकर ये फैसला लिया गया था." गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने अप्रैल 2016 से बिहार में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था. 


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