Bihar Liquor Death Tragedy: बिहार में जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 75 पहुंच गई है. बिहार पुलिस (Bihar Police) ने जहरीली शराब कांड में शामिल आरोपियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. एसआईटी के ऑपरेशन क्लीन ड्राइव में सारण जिले (Saran District) के इसुआपुर के कुख्यात शराब तस्कर अखिलेश राय उर्फ अखिलेश यादव को गिरफ्तार किया. इसके अलावा बिहार में अलग-अलग जगहों पर पुलिस की छापेमारी जारी है. इसके अलावा अब तक 6335 लीटर शराब और 21 वाहनों को जब्त किया गया है. 


सारण में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला लगातार जारी है. इसमें आंखों की रोशनी गंवाने वालों की संख्या बढ़ने लगी है. अब तक 31 लोगों की जहरीली शराब पीने से आंखों की रोशनी जा चुकी है. वहीं, मरने वालों का आंकड़ा 75 तक पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि अभी इसमें और इजाफा हो सकता है. कई लोग अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं. एबीपी न्यूज ने बिहार में जहरीली शराब के कारोबार को लेकर अपनी रिपोर्ट में इससे जुड़ी जानकारी दी थी. 


कितने लोगों की गिरफ्तारी?


पुलिस ने जहरीली शराब कांड से जुड़े लोगों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया. इसके तहत पुलिस ने सारण जिले के इसुआपुर के कुख्यात शराब तस्कर अखिलेश राय उर्फ अखिलेश यादव को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर दो लाख 17 हजार रुपये भी बरामद किए. पुलिस ने सारण से 28 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की. 


पुलिस ने बिहार में अवैध शराब के कारोबार से जुड़े आरोपियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. पुलिस ने रविवार (18 दिसंबर) को शराब के 94 धंधेबाजों को भी गिरफ्तार किया. वहीं, मढौरा में एक रेस्टोरेंट संचालक को गिरफ्तार किया. साथ ही पुलिस ने मांझी में यूपी से सप्लाई कर रहे शराब तस्करों को पकड़ा. पुलिस ने 15 लोगों को दूसरे राज्य से बिहार में शराब सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके अलावा पुलिस ने भारी मात्रा में जहरीली शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाली स्प्रिट भी जब्त की है.   


एक्शन में नए DGP


बिहार के नए डीजीपी आरएस भट्टी ने सोमवार (19 दिसंबर) देर शाम अपना कार्यभार संभाल लिया. डीजीपी आते ही एक्शन मोड में नजर आए. उन्होंने जहरीली शराबकांड समेत तमाम प्रमुख आपराधिक घटनाओं के साथ ही मुख्य अपराधियों के बारे में जानकारी ली. सूत्रों की मानें तो नए डीजीपी जहरीली शराब के कारोबार से जुड़े तमाम दूसरे अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा करने के बाद किसी बड़ी कार्रवाई की अंजाम दें सकते हैं. 


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