Bihar Investors Meet Latest Update: दिल्ली के होटल ताजमान सिंह में बिहार इंवेस्टर्स मीट 2022 ऐतिहासिक रहा. 30 बड़ी कंपनियों समेत इस समिट में देशभर की 170 कंपनियां इसमें शामिल हुईं. अडानी, लूलू ग्रुप, आईटीसी, एचयूएल, कोका कोला, अमेजन, फ्लिपकार्ट, सैमसंग, अमूल, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, पतंजलि, ऊषा मार्टिन, होंडा, एल एंड टी, अरविंद मिल्स, टाटा ब्लूस्कोप, केईआई इंडस्ट्रीज, श्री सीमेंट, अंबुजा समेत देश की कई बड़ी और नामी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बिहार इंवेस्टर्स मीट में शामिल होकर इसे सफल और एतिहासिक बनाया.


बिहार इंवेस्टर्स मीट 2022 में अडानी, लूलू ग्रुप, आईटीसी समेत कई बड़ी कंपनियों ने बिहार में बड़े निवेश का एलान भी किया. अडानी एंटरप्राइजेज के निदेशक और एमडी प्रणव अडानी ने कहा कि ये वाकई काबिले तारीफ है कि बिहार तेजी से इंवेस्टेमेंट डेस्टिनेशन के रुप में उभर रहा है और अडानी ग्रुप की तरफ से बहुत जल्द एक प्रतिनिधिमंडल निवेश की संभावनाओं को देखने के लिए बिहार जाएगा.


माहौल बनाने में सफल रहा बिहार


दुबई से दिल्ली पहुंचे लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के चेयरमैन और एमडी एम ए युसूफ अली ने बिहार इंस्वेस्टर्स मीट में जुटे उद्योग जगत के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ये बड़ी खुशी की बात है कि बिहार पूर्वोत्तर भारत का बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बनने के लिए अनुकूल माहौल बनाने में सफल रहा है. उन्होंने ऐलान किया कि बिहार में लूलू ग्रुप फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में निवेश करेगा साथ ही एक शॉपिंग मॉल भी बनाएगा.


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बिहार से आईटीसी का गहरा रिश्ता


दिल्ली के होटल ताजमान सिंह में हुए बिहार इंवेस्टर्स मीट 2022 में आईटीसी के चेयरमैन और एमडी संजीव पूरी भी पहुंचे और उन्होंने भी बिहार में बड़ा निवेश करने का ऐलान किया. संजीव पुरी ने कहा कि आईटीसी बिहार में 100 साल से मौजूद है और बिहार से आईटीसी का गहरा रिश्ता है. आने वाले दिनों में ये रिश्ता और मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल बिहार में आईटीसी के 9 उत्पादन प्लांट हैं और आने वाले दिनों में आईटीसी बिहार में फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में निवेश को और बढ़ाएगा.


औद्योगिकीकरण में तेजी आएगी


आईटीसी के चेयरमैन संजीव पूरी ने बिहार में बने औद्योगिक माहौल की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि बिहार एग्रो पावर हाऊस है और सरकार ने जो हाल में सिंगल विंडो सिस्टम, ईज ऑफ डूंईंग बिजनेस को बेहतर करने के लिए कई कदम उठाए हैं, उससे राज्य के औद्योगिकीकरण में काफी तेजी आएगी. मीट का शुभारंभ बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने किया और बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन समेत बिहार के विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और बिहार के वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्दार्थ, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिक और बिहार सरकार के अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.


पूरी तरह बदल गया बिहार


बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बिहार इंवेस्टर्स मीट 2022 में जुटे देश भर के उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार अब पूरी तरह बदल गया है. 2005 से लेकर 2022 तक का सफर बिहार के लिए बड़े बदलाव का सफर रहा है. 2004 में बिहार का बजट जो सिर्फ 25 हजार करोड़ का था, आज वो बढ़कर 2 लाख 37 हजार करोड़ का हो गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में मौजूदा एनडीए सरकार शिद्दत से बिहार को उद्योग क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि बिहार के उद्योग मंत्रालय का दरवाजा तो उद्योग जगत के लिए खुला ही है, बिहार में निवेश के इच्छुक उद्योगपतियों के लिए बिहार सरकार के हर मंत्रालय के भी द्वार खुले हैं. उन्होंने कहा कि देश के उद्योगपति बेहिचक बिहार आएं और उद्योग क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे बिहार में निवेश की संभावनाओं का लाभ उठाएं.


बड़ी कंपनियों का जुटना सौभाग्य


बड़े लंबे अंतराल के बाद हुए बिहार इंवेस्टर्स मीट 2022 में बड़ी संख्या में उद्योगजगत की भागीदारी पर बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि बिहार इंवेस्टर्स मीट में इतनी बड़ी संख्या में नामी कंपनियों के प्रतिनिधियों का जुटना, बिहार के लिए बड़े सौभाग्य की बात है और इससे ये विश्वास और मजबूत हुआ है कि बिहार उद्योग जगत में काफी ऊंचाई हासिल करके रहेगा. उन्होंने कहा कि जब आगाज इतना अच्छा है तो अंजाम कितना सुंदर होगा. बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि दिल्ली में बिहार इंवेस्टर्स मीट 2022 का आयोजन एक शुरुआत है. हम आने वाले दिनों में, मुंबई, सूरत और देश के अन्य शहरों के साथ पटना में भी इंन्वेस्टर्स मीट करेंगे और बिहार को उद्योग क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. 


धारणा बदलने की जरूरत


उन्होंने उद्योग जगत के लोगों को बिहार में निवेश के लिए आमंत्रण देते हुए कहा कि बिहार के बारे में धारणा को बदलने की जरुरत है. बिहार 2004 से 2022 में पहुंच गया है, लेकिन बिहार को लेकर धारणा 2004 की ही बनी हुई है. 2004 से 2022 तक के सफर में बिहार की स्थितियों में जमीन आसमान का फर्क आ चुका है. उन्होंने कहा कि बिहार में बड़े बड़े उद्योग लग रहे हैं. अभी हाल ही में एक इथेनॉल प्लांट का और पेप्सी के बॉटलिंग प्लांट का शुभारंभ बिहार के मुख्यमंत्री के हाथों हुआ. 


बड़े निवेश का आएगा प्रपोजल


उन्होंने कहा कि बिहार में 17 इथेनॉल कंपनियां लग रही हैं, जिनमें से एक का शुभारंभ हो चुका है और तीन और इथेनॉल उत्पादन प्लांट शुभारंभ के लिए तैयार हैं.  उन्होंने कहा कि 2021 में लाई गई बिहार इथेनॉल पॉलिसी अत्यंत सफल रही. इसके तहत बिहार में 30 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में बिहार में 36 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं और बहुत जल्द हम टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी भी लाने वाले हैं. उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी आने के बाद बिहार में एक बार फिर निवेश का बड़ा प्रोपोजल आएगा.


एक बार तो आईए बिहार में


उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में उद्योग क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि हम नीतिगत सुधारों के साथ निवेश करने वालों को आकर्षक इंसेटिव्स भी दे रहे हैं. जब बिहार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का मार्गदर्शन है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का नेतृत्व है तो बिहार को उद्योग क्षेत्र में पहचान बनाने से कोई रोक नहीं पाएगा. उन्होंने आखिर में बिहार इंवेस्टर्स मीट में जुटे उद्योगपतियों को कहा कि एक बार तो आईए बिहार में. बिहार में मौजूद श्रमशक्ति, बिहार में मौजूद संसाधन और बिहार के आसपास पूर्वोत्तर भारत के राज्यों से लेकर नेपाल, भूटान, बांग्लादेश समेत कई पड़ोसी देशों का 55 करोड़ से ज्यादा आबादी का बाजार बिहार को एक सफल और शानदार इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाएगा.


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