Centre-State Science Conclave: गुजरात के अहमदाबाद में आज केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन का आयोजन हुआ. इस आयोजन से बिहार (Bihar) और झारखंड (Jharkhand) नदारद रहे. इन दो राज्यों को छोड़कर बाकी सभी राज्य सरकारों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केंद्र-राज्य विज्ञान कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, देश में नवाचार और उद्यमिता को सुगम बनाने के लिए प्रधानमंत्री के प्रयासों के अनुरूप इस सम्मेलन का आयोजन अहमदाबाद में किया गया है. यह अपनी तरह का पहला सम्मेलन है. दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन 10-11 सितंबर को साइंस सिटी अहमदाबाद में किया जा रहा है.
क्या इसलिए बिहार और झारखंड कॉन्क्लेव से रहे नदारद?
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने अगस्त में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से गठबंधन तोड़कर बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ सरकार बनाई थी. इसी बीच, झारखंड में एक राजनीतिक संकट पैदा हो गया, जब बीजेपी ने एक याचिका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) को लाभ के पद के मामले में विधानसभा से अयोग्य घोषित करने की मांग की. बीजेपी ने कहा उन्होंने 2021 में खुद को ही खनन पट्टा आवंटित किया था.
औद्योगिक क्रांति पर क्या बोले पीएम मोदी?
देश के विकास में तेजी लाने में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की ओर बढ़ रहा है. पीएम मोदी ने कहा, "केंद्र-राज्य विज्ञान कॉन्क्लेव हमारे सबका प्रयास के मंत्र का एक उदाहरण है. आज जब भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की ओर बढ़ रहा है, भारत के विज्ञान और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भूमिका बहुत जरूरी है."
'2014 के बाद से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में निवेश बढ़ा है'
उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार विज्ञान आधारित विकास की अवधारणा के साथ काम कर रही है. पीएम मोदी ने कहा, "2014 के बाद से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में निवेश बढ़ा है. सरकार के प्रयासों के कारण, भारत 2015 में 81वें से वैश्विक नवाचार सूचकांक में 46वें स्थान पर आ गया है.
कॉन्क्लेव के उद्घाटन के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद रहे. पीएमओ ने कहा कि अपनी तरह का पहला कॉन्क्लेव विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रियों और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सचिवों, उद्योग जगत के नेताओं, उद्यमियों, गैर सरकारी संगठनों, युवा वैज्ञानिकों और छात्रों की भागीदारी का गवाह बनेगा.
ये भी पढ़ें-
Maharashtra: महाराष्ट्र में गणेश विसर्जन के दौरान 19 लोगों की गई जान, 14 डूबे