पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार पर घोटाले के आरोप लगे हैं. आरोपों में घिरने के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. लालू यादव ने आज आरजेडी के विधायकों के साथ पटना स्थित अपने आवास पर बैठक की है. बैठक के बाद आरजेडी ने दो टूक कहा है कि तेजस्वी बिहार के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे.
बिहार: संकट के बीच लालू ने आज बुलाई अपने विधायकों की बैठक, कल नीतीश करेंगे बैठक
बैठक के बाद आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, ''देश में घृणा फैल रही है और इसके लिए बीजेपी जिम्मेदार है." उन्होंने बताया कि बैठक में 27 अगस्त को होने वाली रैली पर चर्चा हुई है और रैली को कामयाब बनाने के लिए पार्टी पूरी ताकत झोंक देगी.
अब्दुल बारी ने बताया कि विधानमंडल की बैठक में सिर्फ राष्ट्रपति चुनाव और आरजेडी की प्रस्तावित रैली को लेकर चर्चा हुई है. सीबीआई के छापे के मुद्दे पर बैठक में कोई बात नहीं हुई है. जब बारी से पूछा गया कि सीबीआई छापों के बाद तेजस्वी पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने पद से इस्तीफा दे दें. इस सवाल के जवाब में अब्दुल बारी ने कहा कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे. ये सरकार के खिलाफ बीजेपी की साजिश है.
आरजेडी को मिला जेडीयू का साथ
वहीं जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने लालू के ठिकानों पर पड़े सीबीआई छापों पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि यह मोदी सरकार की महागठबंधन को रोकने की कोशिश है.
आपको बता दें कि कल नीतीश कुमार भी बड़े नेताओं और जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर रहे हैं. इस बैठक के एजेंडे के बारे में एबीपी न्यूज़ को जानकारी मिली है. इस बैठक में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ पार्टी को एकजुट दिखाने की कोशिश होगी.
लालू ने क्यों बुलाई थी विधायकों की बैठक
हालांकि, आरजेडी ने इनकार किया है कि सीबीआई के छापों के बाद पार्टी की ये बैठक बुलाई गई है, लेकिन हकीकत इसी के आसपास है. पिछले हफ्ते लालू यादव के दिल्ली-पटना समेत 12 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी. सीबीआई ने लालू उनकी पत्नी राबड़ी और उनके बेटे तेजस्वी पर लालू के रेलवे मंत्री रहने के दौरान होटल आवंटन मामले में केस दर्ज किया. उसके बाद बेटी मीसा और दामाद शैलेश कुमार के ठिकानों पर ईडी ने भी छापेमारी की थी. इसपर नीतीश कुमार की चुप्पी का जवाब देने और अपनी पार्टी नेताओं में जोश पैदा करने के लिए लालू यादव ने आज अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई.
बिहार में सरकार का समीकरण क्या है?
बिहार में विधानसभा की 243 सीटें हैं. जबकि सरकार बनाने के लिए 122 सीटें चाहिए. बिहार में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस का महागठबंधन है. महागठबंधन के पास राज्य में जेडीयू की 71, आरजेडी की 80 और कांग्रेस की 27 विधायकों को मिलाकर 178 सीटें हैं. अगर नीतीश महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल होते हैं तो जेडीयू की 71, बीजेपी की 53, आरएलएसपी और एलजेपी की 2-2 और हम की एक सीट को मिलाकर आंकड़ा 129 हो जाएगा जो बहुमत से सात ज्यादा है.