चिराग पासवान बोले- नीतीश की नीति साफ नहीं, कभी घर-घर शराब की दुकानें खुलवाते थे, 2016 में 'ज्ञान प्राप्ति' के बाद बदल गए
Bihar Liquor Death: चिराग ने कहा कि नीतीश सरकार ने समाज के गरीब-कुचले लोगों को सलाखों के पीछे बंद किया हुआ है. उन्होंने ताड़ी बेचने वालों को जेल में डाल रखा है, जबकि ताड़ी एक प्राकृतिक पदार्थ है.
Bihar Liquor Death: बिहार में जहरीली शराब से मौत के मामलों में LJP (रामविलास) के नेता चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने सोमवार (19 दिसंबर) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने शराब कांड में जान गंवा चुके लोगों के परिजनों को मुआवजा नहीं दिए जाने के फैसले पर सवाल उठाए. चिराग ने न्यूज 24 को दिए इंटरव्यू में कहा मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा जरूर दिया जाना चाहिए. 2016 तक आपकी नीति कुछ और थी.
चिराग ने आगे कहा, "उस वक्त गोपालगंज में 19 लोग मरे थे, तो आपने उनके परिवारवालों को मुआवजा दिया था. मुख्यमंत्री जी की नीति स्पष्ट नहीं है. कभी उन्होंने घर-घर शराब की दुकानें खुलवाईं. 2016 में उन्हें ज्ञान प्राप्ति हुई वो शराबबंदी ले आए. कभी मुआवजा देते हैं, कभी मना कर देते हैं." चिराग ने सीएम नीतीश कुमार से सवाल पूछा कि उस 20 दिन की बच्ची का क्या कसूर है, जिसने अपने पिता को खोया. मुख्यमंत्री को उससे हमदर्दी क्यों नहीं है?
'मुख्यमंत्री की लगी बददुआ'
चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने एक बयान में कहा कि जो पीएगा, वो मरेगा. उनकी बददुआ लगी और वो लोग मर भी गए. जहरीली शराब पीने से 200 से ज्यादा लोग मर चुके हैं. उसके बाद मुख्यमंत्री इतना बता दें कि उन्होंने किसकी गिरफ्तारी की है. उन्होंने कहा मरने वाला तो मर गया, लेकिन पिलाने वालों का क्या? सरकार ने किसके खिलाफ कार्रवाई की है. इस मामले में एक तस्कर की गिरफ्तारी हुई क्या?
चिराग ने कहा कि नीतीश सरकार ने समाज के गरीब-कुचले लोगों को सलाखों के पीछे बंद किया हुआ है. उन्होंने ताड़ी बेचने वालों को जेल में डाल रखा है, जबकि ताड़ी एक प्राकृतिक पदार्थ है. ताड़ी बेचने के आरोप में सीएम ने शराबबंदी की धाराएं लगाई हुई है. वहीं, जो लोग ये जहरीली शराब का नेक्सस चला रहे हैं, वो प्रशासन के संरक्षण में खुलेआम घूम रहे हैं. उन्होंने कहा शराबबंदी कानून के नाम पर दलित और पिछड़ों को निशाना बनाया जा रहा है. खासकर पारसी समाज के लोगों पर ज्यादा अत्याचार किया जा रहा है. चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए. उसके अलावा कोई और विकल्प अब बचा नहीं है.
चिराग ने मृतकों के परिजनों से की थी मुलाकात
इससे पहले शनिवार को चिराग पासवान ने शराब कांड के मृतकों के परिजनों से बिहार के छपरा में मुलाकात की थी. परिजन चिराग के गले लगकर फूट-फूटकर रोने लगे. चिराग ने बिहार सरकार से मृतकों के परिजन को उचित मुआवाजा देने की मांग की थी. गौरतलब है कि छपरा में जहरीली शराब से अब तक कुल करीब 73 लोगों के मौत हो चुकी है. कुछ बीमार अभी अस्पताल में भर्ती हैं. उनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है.
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