Bihar Liquor Case: बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत के बाद सदन में हंगामा मचा हुआ है. आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा के सत्र में भाषण दिया. नीतीश ने कहा कि बिहार में दारू पीकर मरने से सरकार मुआवजा नहीं देगी. उन्होंने कहा, "अगर कोई शराब पिएगा और गड़बड़ पिएगा तो वो मरेगा. अगर कोई शराब पीकर मर जाता है, तो उसके प्रति दया नहीं रखनी चाहिए. लोगों को शराब पीने से मना करना चाहिए."


बिहार के जहरीली शराब कांड में छपरा समेत कई जिलों में मरने वालों की संख्या शुक्रवार (16 दिसंबर) को 60 तक पहुंच गई है. छपरा में जहरीली शराबकांड के चलते एसएचओ रितेश मिश्रा और कांस्टेबल विकेश तिवारी को गुरुवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.


सुशील मोदी ने सीएम नीतीश से की माफी मांगने की मांग


इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुशील मोदी ने गुरुवार (15 December) को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग की है. सुशील मोदी ने कहा कि विधानसभा में नीतीश कुमार के व्यवहार में शालीनता नहीं थी. उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए.


जहरीली शराब से पिछले छह सालों में हजार से अधिक लोग मारे गए


मोदी ने कहा, "पिछले छह सालों में जहरीली शराब के कारण बिहार में 1000 से अधिक लोग मारे गए है. क्या बिहार में पुलिस का राज है? जिस तरह से नीतीश कुमार ने विधानसभा में व्यवहार किया, वह शालीनता नहीं है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए."


नीतीश सरकार पर मौतों की वास्तविक संख्या छिपाने का आरोप


इसके साथ ही बिहार के विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को राज्य सरकार पर बिना किसी पोस्टमॉर्टम के शवों को जलाकर छपरा में हुई मौतों की वास्तविक संख्या को छिपाने का आरोप लगाया. सिन्हा ने कहा, "बिना पोस्टमॉर्टम किए शवों को जलाकर नीतीश सकार कम मौतें दिखाना चाहती है. हम यहां सच्चाई जानने आए हैं."


बता दें कि अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार ने बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया हुआ है.


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