Bihar Liquor Deaths: बिहार में जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा 35 हो गया है. गोपालगंज में अब तक 20 और बेतिया में 15 लोगों की मौत हुई है. इस घटना के बाद विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है. घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पर्व के बाद हम शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे और शराबबंदी को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए बड़ा अभियान चलाया जाएगा.
गलत लोगों के चक्कर में न पड़ें- सीएम नीतीश
सीएम नीतीश ने कहा कि हम पहले से कह रहे थे, गलत लोगों के चक्कर में न पड़ें. लगातार पुलिस और प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाती है. लोग गिरफ्तार होते हैं, अवैध शराब बरामद की जाती है. एक बार फिर से लोगों को जागरूक करने के लिये व्यापक जनजागरूकता अभियान की जरूरत है. छठ महापर्व के बाद 16 नवंबर को शराबबंदी को लेकर विस्तृत समीक्षा बैठक की जायेगी.
एक्साइज मंत्री बोले- लापरवाही के कारण यह घटना हुई
बिहार के एक्साइज मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया है. कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. मैं स्वीकार करता हूं कि स्थानीय स्तर पर कुछ लापरवाही के कारण यह घटना हुई. दोनों थाना प्रभारी सस्पेंड, 1 गार्ड भी सस्पेंड किया गया है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद से हमने कई कड़े कदम उठाए हैं. अब तक 187 लाख लीटर से अधिक शराब जब्त की गई, 3 लाख से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया और लगभग 60,000 वाहन जब्त किए गए. हम सरकारी अधिकारियों सहित सभी पर कार्रवाई कर रहे हैं. अब तक 700 से अधिक अधिकारी निलंबित
गोपालगंज के डीएम नवल किशोर चौधरी ने कहा अभी तक जो तथ्य समाने आए हैं उससे पता चलता है कि स्प्रिट से शराब बनाने का प्रयास किया गया. FSL रिपोर्ट आने के बाद हम पुख्ता बता सकते हैं, लोगों के बयान के आधार पर मौतें ज़हरीली शराब से हुई हैं, इसकी आधिकारिक तौर पर अभी पुष्टि नहीं की जा सकती है.
19 लोग गिरफ्तार
गोपालगंज के एसपी आनंद कुमार ने कहा हम मामले की जांच कर रहे हैं. अगर किसी पुलिस अधिकारी की संलिप्तता पाई जाती है तो हम उस पर भी कार्रवाई करेंगे. पिछले 24 घंटे के दौरान हमने 50 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की, 19 लोगों को गिरफ्तार किया, 270 लीटर देशी शराब और 6 वाहन जब्त किए.