नई दिल्ली: टॉपर्स घोटाले के बाद बिहार की शिक्षा प्रणाली एक बार फिर चर्चा में है. इस बार चर्चा का विषय कश्मीर को अलग देश बनाने को लेकर है. दरअसल बिहार में कक्षा 7वीं के प्रश्नपत्र में एक सावल पूछा गया. इस सवाल में कश्मीर का जिक्र अलग देश के रूपब में है. सामने आने के बाद बिहार के शिक्षा तंत्र में हड़कम्प मचा हुआ है.
कक्षा 7वीं की अर्धवार्षिक परीक्षा में अंग्रेज़ी के प्रश्न पत्र में भारत, नेपाल और इंग्लैंड के साथ ही कश्मीर को भी अलग देश बना दिया गया था. बिहार एजुकेशन प्रोजेक्ट काउन्सिल (BEPC) के मुताबिक़ ये मानवीय भूल थी जिसकी वजह से इतनी किरकिरी हो रही है.
बिहार एजुकेशन प्रोजेक्ट काउन्सिल ने अपनी भूल सुधारते हुए प्रश्न पत्र तैयार करने वाले शिक्षक पर कार्रवाई शुरू कर दी है. BEPC के डायरेक्टर संजय सिंह का दावा है कि दोषी शिक्षक को जल्द निलम्बित किया जाएगा.
BEPC बिहार सरकार के अधीन वो संस्थान है जिसके ऊपर राज्य में पहली से आठवीं तक के बच्चों की शिक्षा और उनके मूल्यांकन का ज़िम्मा है. 'नो डिटेन्शन पॉलिसी' की वजह से शिक्षा के स्तर में हो रही गिरावट को दूर करने के लिए BEPC ने दो साल पहले सभी बच्चों का मूल्यांकन कराने का निर्णय लिया.
इसी क्रम में BEPC की ओर से एक प्रश्न बैंक तैयार किया गया था. इस प्रश्न बैंक में करीब 14000 सवालों को शामिल किया गया था. गलत सवाल ना सिर्फ बच्चों तक पहुंचा बल्कि यही गलत सवाल प्रश्न बैंक में भी मौजूद है.
दो साल पहले इस प्रश्न बैंक का संशोधन स्टेट काउन्सिल फ़ॉर एजुकेशन रीसर्च एंड ट्रेनिंग ने भी किया था. इसके बावजूद इतनी बड़ी गलती पकड़ में नहीं आई. BEPC डायरेक्टर के मुताबिक़ एससीईआरटी की ओर से भी लापरवाही बरती गई है जिससे इतनी बड़ी ग़लती किसी के पकड़ में नहीं आयी. इसीलिए उस शिक्षक को निलम्बित किया जाएगा जिसने इस क्वेस्चन बैंक की स्क्रूटनी की थी.