Bihar News: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बिहार के मोतिहारी में कस्टम द्वारा पकड़े गए सामान को छोड़ने के लिए 30% धनराशि की रिश्वत लेने के आरोप में कस्टम ऑफिस मोतिहारी के अधीक्षक दीपक कुमार चौधरी और कंप्यूटर ऑपरेटर आनंद कुमार को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपियों को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक गिरफ्तार अधिकारियों में दीपक कुमार चौधरी और आनंद कुमार शामिल हैं. सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को शिकायतकर्ता ने शिकायत दी थी कि उसका सामान मोतिहारी कस्टम ऑफिस द्वारा 31 दिसंबर 2021 को सीज किया गया था. इस सामान की कुल कीमत 3 लाख रुपये थी. आरोप है कि सामान को छोड़ने के बदले कस्टम में तैनात सुपरिटेंडेंट ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर जब्त किए गए सामान का 30% यानी 90 हजार रुपये की रिश्वत मांगी.
शिकायतकर्ता को यह भी कहा गया है कि यदि वह रिश्वत की रकम दे देगा, तो यह मामला खत्म कर दिया जाएगा और उसके सामान को छोड़ दिया जाएगा. शिकायत के आधार पर सीबीआई ने मामले की आरंभिक जांच की और इस जांच के दौरान आरंभिक तथ्य पाए जाने पर कस्टम अधीक्षक और उसके सहयोगी खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.
इसके बाद शिकायतकर्ता ने इन अधिकारियों को 50 हजार रुपये देने की पेशकश की. 50 हजार रुपये ले रहे अधिकारियों को सीबीआई ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद इनके ठिकानों पर छापेमारी की गई जहां से अनेक आपत्तिजनक दस्तावेज मिलने का दावा किया गया है. छापेमारी के बाद सीबीआई अधिकारियों ने आरोपी कस्टम अधिकारियों को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. इन आरोपियों के यहां से बरामद दस्तावेजों के आकलन का काम किया जा रहा है और मामले की जांच जारी है.