पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शराबबंदी को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे. जानकारी के मुताबिक नीतीश आज सुबह 11.30 बजे वीडियो कॉन्फ़्रेन्स के ज़रिए सभी जिलों के डीएम, एसपी समेत सचिव और प्रभारी मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. 


वहीं बीते दिन नीतीश ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार शराबबंदी कानून किसी भी हाल में वापस नहीं लेने वाली है. नीतीश ने कहा कि शराबबंदी करने के बाद से कुछ लोग मेरे ख़िलाफ़ हो गए हैं लेकिन हमने हमेशा लोगों की और महिलाओं की बात सुनी. लोग यह भूल गए हैं कि यह सर्वसम्मति से लागू हुआ है, इसमें किसी पार्टी का विरोध था क्या? सत्ता और विपक्ष दोनों की सहमति से लागू हुआ है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी लागू करने के लिए जो भी जरूरत है, किया जाएगा.


पीयोगे तो मरोगे प्रचारित करने की जरूरत- नीतीश कुमार


नीतीश ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि 'पीयोगे तो मरोगे' को प्रचारित करने की जरूरत है. पटना में 'जनता दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगलवार शराबबंदी को लेकर बैठक होने वाली है, जिसमें सभी चीजों पर विस्तृत चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि आखिर क्या कमी है कि ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है. उन्होंने कहा कि इस बैठक में इससे संबंधित अधिकारी और मंत्रीगण उपस्थित रहेंगे और पूरी बातों पर विचार किया जाएगा.


नीतीश ने आगे कहा कि कई बार इसको लेकर बैठक हुई है, जिसमें जो निर्देश दिए गए उस पर क्या हुआ वह भी देखा जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा, यह कहीं से अच्छी चीज नहीं है. कैसे लोग पीने से मरें. अब यह प्रचारित करने की जरूरत है कि पीयोगे तो मरोगे. शराब कितनी गंदी चीज है, देख लीजिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून को लेकर साफ शब्दों में कहा कि ये कानून वापस नहीं होगा. लोगों को शराब नहीं पीना चाहिए. कानून का पालन कराने में जो भी लापरवाही करेंगे उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. 


शराबबंदी कानून किसी भी हाल में वापस नहीं होगा- नीतीश कुमार


नीतीश ने आगे कहा कि समाज में कुछ लोग तो गड़बड़ करने वाले होते ही हैं. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि जिसको जो बोलना है, जो बयान देना है, देते रहें, लेकिन शराबबंदी कानून किसी भी हाल में वापस नहीं होगा. उन्होंने यह भी कहा कि इसे लागू करने के लिए जो भी जरूरत है किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के एक सवाल पर कहा कि शराबबंदी के बाद अपराधिक घटनाओं में कमी आई है. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में बड़ी कमी आई है. पहले लोग शराब पीकर वाहन चलाते थे और दुर्घटना होती थी. 


हाल ही में जहरीली शराब की घटनाओं के मद्देनजर आया है, जिसमें चार जिलों में 40 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार द्वारा राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने के बाद से, विभिन्न शराब त्रासदियों में लगभग 150 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.


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