बिहार: बिहार पुलिस ने आज फिर BMC को आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटीन से मुक्त किये जाने के संबंध में पत्र भेजा है. इससे पहले भी पत्र भेजा गया था जिसे BMC ने खारिज कर दिया था. आज भेजे गए पत्र में 5 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कोर्ट की तरफ से किये गए मौखिक अवलोकन का जिक्र किया गया है. ये कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएस अधिकारी को क्वारंटीन किये जाने को "आपत्तिजनक" और "गलत संदेश जाने वाला" बताया था.
इसके अलावा पत्र में ये भी कहा गया है कि अब जब सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है इसलिये विनय तिवारी के मुंबई में रहने की अब कोई आवश्यकता नहीं है. वे 7 दिन से कम वहां रहे हैं. ऐसे में उन्हें क्वारंटीन से मुक्त किया जाये ताकि वो पटना आकर योगदान कर सकें. आपकों बता दें, बिहार पुलिस की चार सदसीय टीम सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में जांच करने मुंबई गई थी, जिसके बाद बीएमसी ने आईपीएस अधिकारी को मध्य रात में पकड़कर क्वारंटीन कर दिया गया था. जिसकी आलोचना बिहार पुलिस ने की थी. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में फटकार लगाई है.
गौरतलब है, सुशांत सिंह राजपूत मौत मामला दिन प्रतिदिन नया मोड़ लेता जा रहा है. इस मामले के तार उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती से जुड़ते दिख रहे है, तो कभी रिया का परिवार और करीबी भी इस मामले में शामिल दिख रहे है. इसके अलावा, 8 जून को हुई सुशांत की एक्स मेनेजर दिशा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला भी अब सुशांत की मौत से जोड़ा जा रहा है.
आपको बता दें, बिहार के डीजीवी ने संवाददातों से बात करते हुए कहा, कि सुशांत सिंह मौत मामले की जांच में अब तक जो कुछ भी बिहार पुलिस के हाथ सबूत लगे है वो सब सीबीआई को सौंप देगी. साथ ही उन्होंने भरोसा जताया है कि सीबीआई इस मामले की सच्चाई जल्द सामने ले आयेगी.
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