पटनाः मुम्बई में बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी के पक्ष में बिहार पुलिस एसोसिएशन उतर गया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने प्रेस रिलीज़ जारी कर कहा कि "बिहार पुलिस को अपमानित कर क़ानून को ताख पर रख दी है. मुंबई पुलिस 5 तारीख़ के सुप्रीम कोट के आदेश पर ही जांच का रूख स्पष्ट होगा.


मृत्युंजय सिंह का कहना है कि इतना सब कुछ बिहार पुलिस के साथ करने पर संदेह उत्पन्न होता है की सुशांत सिंह राजपूत का मामला आत्माहत्या न होकर एक साज़िश में बड़ा गेम हो सकता है. बिहार पुलिस मुख्यालय का कहना है कि मुंबई के वरीष्ठ पुलिस अधिकारी महत्व नहीं दे रहे है. बिहार के पुलिस कर्मियों ने मुंबई में बिहार पुलिस के साथ सहयोग नहीं करने पर काफ़ी नाराज़गी जताई है.


उनका कहना है कि 'बिहार पुलिस का मुंबई में अपमान काफ़ी दुखद और क़ानून का अपमान हो रहा है. इस अपमान के लिए जिम्मेदार कौन है. बिहार पुलिस को अपमानित कर मुंबई पुलिस क़ानून को ताख पर रख दी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही जांच का रूख स्पष्ट होगा.'


मृत्युंजय सिंह के अनुसार मुंबई में बिहार पुलिस का अपमान ख़ाकी का अपमान करने के बराबर है. गृहमंत्रालय पहले भी कह चुका है कि मुंबई पुलिस बिहार पुलिस को सहयोग नहीं कर रही है. बिहार पुलिस के साथ कुछ भी हो सकता है सारे मामले देख कर संदेह पैदा होता है.


उनका कहना है कि आगे भी मुंबई पुलिस से सहयोग की उम्मीद नहीं दिख रही है. एक सप्ताह बीतने के बाद भी बिहार पुलिस मुख्यालय के पहल का कोई असर अभी तक मुंबई में नहीं दिख रहा. मुंबई में बिहार पुलिस के जांच में सहयोग नही करने पर साथ ही अपमान पर बिहार पुलिस में आक्रोश है.