Bihar Politics and Nitish Kumar: बिहार में फिर बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ है. नीतीश कुमार ने आरजेडी का साथ छोड़कर बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए का हाथ थाम लिया है. जेडीयू चीफ और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने रविवार (28 जनवरी) सुबह विधायकों की बैठक बुलाकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अब वह बीजेपी के समर्थन से फिर से सरकार बनाएंगे और सीएम पद की शपथ लेंगे. इसी के साथ जेडीयू आधिकारिक तौर पर एनडीए का हिस्सा हो गई है.
नए गठबंधन में राज्य में जहां बीजेपी के दो डिप्टी सीएम होंगे तो वहीं अब केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू की हिस्सेदारी को लेकर भी कयासों का दौर शुरू हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने इस्तीफा देने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी. ऐसे में इस बात को लेकर कयास और तेज हो गए हैं कि जेडीयू को केंद्र में मंत्रिमंडल मिल सकता है.
पिछली बार भी फंसा था पेंच
भले ही जेडीयू के मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं लेकिन यह इतना आसान भी नहीं है. पिछली बार जब 2019 में एनडीए ने बहुमत हासिल किया था तब दोनों के बीच पेच फंसा था. बीजेपी ने जेडीयू को केंद्र में एक मंत्री पद ऑफर किया था मगर जेडीयू एक से अधिक मंत्री चाहती थी. ऐसे में उसने यह ऑफर ठुकरा दिया था. उसके सामने दुविधा यह थी कि अगर वह इस ऑफर को चुनती है तो ललन सिंह और तब नीतीश कुमार के खास रहे आरसीपी सिंह में से कोई एक ही मंत्री बन पाता. इससे किसी एक के नाराज होने का खतरा था. ऐसा बताया जाता है कि नीतीश कुमार ने दो मंत्री पद मांगे थे पर बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं थी. ऐसे में सरकार बनने के डेढ़ साल बाद तक भी जेडीयू मंत्रिणंडल में शामिल नहीं हुई थी.
इस बार इतनी आसान नहीं है राह
इस बार नीतीश कुमार के लिए परिस्थितियां अलग हैं. उनके पास पहले की तुलना में इस बार कम सीटें हैं और बीजेपी पहले की तरह नीतीश कुमार को भाव नहीं दे रही है. रविवार (28 जनवरी) को सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद चर्चा ये थी कि नीतीश कुमार के साथ सुशील मोदी डिप्टी सीएम का पद ग्रहण करेंगे लेकिन पार्टी ने सुशील मोदी की जगह प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है. ये वही सम्राट चौधरी हैं जिन्होंने नीतीश कुमार को लेकर प्रतिज्ञा ली थी कि वह सिर पर बंधी पगड़ी को तब खोलेंगे जब नीतीश कुमार को CM पद की कुर्सी से हटा देंगे. ऐसे में नीतीश कुमार की पसंद सुशील मोदी की जगह सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम बनाने की घोषणा से साफ है कि बीजेपी ने नीतीश कुमार को संदेश दे दिया है कि सरकार उनके हिसाब से नहीं बल्कि बीजेपी के हिसाब से चलेगी.
ये भी पढ़ें
Bihar Political Crisis: कौन सी थी वो बात...जो नीतीश कुमार को चुभ गई थी? केसी त्यागी ने खोला राज