Bihar Political Crisis: बिहार में सियासी संग्राम जारी है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आरजेडी का साथ छोड़ एक बार फिर से बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं. इन अटकलों के बीच पटना से लेकर दिल्ली तक सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है.
बीजेपी से लेकर जेडीयू और आरजेडी तक बैठकों का दौर जारी है. पटना में शनिवार (27 जनवरी) हुई आरजेडी की बैठक में तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने गठबंधन धर्म निभाया और नीतीश कुमार का हमेशा सम्मान किया. वहीं, आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव ने अपने पार्टी के विधायकों से कहा है कि वे अगले तीन दिन तक राजधानी पटना में ही रहें. पढ़ें, बिहार के सियासी संग्राम की 10 बड़ी अपडेट-
इस्तीफा दे सकते हैं नीतीश कुमार
राजनीतिक घटनाक्रम पर चुप्पी बनाए रखने वाले बिहार के मुख्यमंत्री ने अपने पत्ते अपने पास रखे हैं. हालांकि, पार्टी के एनडीए में लौटने के संकेतों के बीच जेडीयू के टॉप नेता बिहार के मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे. नीतीश के करीबी सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि मुख्यमंत्री रविवार को बिहार के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं.
जेडीयू की बैठक भी होगी
उन्होंने यह भी कहा कि इस्तीफा देने से पहले जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार विधायक दल की एक पारंपरिक बैठक करेंगे. सूत्र ने कहा कि सचिवालय जैसे सरकारी कार्यालयों को रविवार को खुले रखने के लिए कहा गया है, जिससे बीजेपी के समर्थन से एक नई सरकार बन सकती है.
बीजेपी की बैठक में क्या हुआ
पटना में बीजेपी के विधायकों और सांसदों की बैठक भी हुई. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में कई विधायकों ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार के साथ गठबंधन का वह फायदा नहीं होगा जैसा कि 2019 में हुआ था. कई नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार की विश्वसनीयता भी गिरी है. इसके दुष्परिणाम को भी ध्यान में रखना होगा. नीतीश का ग्राफ जनता के बीच गिरा है.
साथ ही नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर भी कई नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी के विधायक और सांसद रविवार सुबह 10 बजे पार्टी ऑफिस में फिर बैठक करेंगे. यह बैठक मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए हो रही है.
स्थिति जानने के बाद लेंगे फैसला
इस बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि न नीतीश जी ने इस्तीफा दिया है न किसी ने समर्थन वापस लिया है. बीजेपी ये जानना चाहती है कि बिहार की स्थिति क्या है. स्थिति जानेंगे तभी तो कोई निर्णय लेंगे. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी बिहार में अगर जेडीयू के साथ मिलकर सरकार बनाती है तो यहां बीजेपी के दो डिप्टी सीएम होंगे. संभावितों के नाम सुशील मोदी और रेणु देवी हैं.
गिरिराज सिंह बोले- बीजेपी को वोट देगी जनता
इस मामले में अब नेताओं की बयानबाजी भी शुरू हो गई है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इस सबंध में बीजेपी की किसी तरह की कोई भूमिका नहीं हैं. उन्होंने दावा किया, ''हम 2025 में बिहार में सरकार बनाएंगे. बिहार की जनता 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वोट देगी, फिर 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव में भी जनता हमें ही वोट देगी. मैं तो केवल वह देख रहा हूं जो हो रहा है.''
जीतनराम मांझी और चिराग पासवान का रुख
उधर बीजेपी के अन्य सहयोगी जीतन राम मांझी ने बिहार में महागठबंधन टूटने के संकेत दिए. वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के नेता चिराग पासवान ने कहा कि कुछ समय में सबकुछ पता चल जाएगा.
अश्विनी चौबे के कार्यक्रम में पहुंचे नीतीश कुमार
इस बीच केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बिहार के बक्सर जिले में विकास कार्यों के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे, जहां सीएम नीतीश कुमार को उनके साथ देखा गया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'जो भगवान चाहेंगे, वह होगा. मैं ही नीतीश कुमार को यहां लेकर आया था."
'खरगे ने की नीतीश कुमार से बात करने की कोशिश'
वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार (27 जनवरी) को दावा किया कि मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करने की कई कोशिशें कीं, लेकिन दोनों बहुत व्यस्त हैं, इसलिए उनके बीच कोई बातचीत नहीं हो सकी.
इसके अलावा कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पर्यवेक्षक के तौर पर पटना भेजा. वहीं, जल्द ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा भी बिहार में प्रवेश करेगी.
कांग्रेस पर साधा निशाना
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कई राज्यों में समस्याओं का सामना कर रहे इंडिया ब्लॉक के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और एक बड़ा संकेत दिया कि उनकी पार्टी महागठबंधन से अलग होने के लिए पूरी तरह तैयार है. त्यागी ने कहा, "जिस प्रयास और इरादे से नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन बनाया था, वह कांग्रेस के गैरजिम्मेदाराना और अड़ियल रवैये के कारण टूटने के कगार पर है."
ममता बनर्जी बोलीं- छुटकारा मिला
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी के करीबी सूत्र ने बड़ा दावा किया कि वह नीतीश कुमार के गठबंधन छोड़ने की खबरों को 'छुटकारा' मिलने के रूप में देख रही हैं. गौरतलब है कि ममता बनर्जी के विरोध करने के बाद ही नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक नहीं बनाया जा सका था.
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