तेजस्वी यादव को लेकर संकट गहराया, JDU-RJD में सुलह की कोशिश नाकाम
पटना: बिहार में महागठबंधन का संकट गहराया गया है. सत्ताधारी गठबंधन जेडीयू-आरजेडी में सुलह की कोशिश नाकाम हो गई हैं. गठबंधन के बने रहने के लिए लालू प्रसाद यादव के फॉर्मूले को नकार दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफे से कम पर मानना को तैयार नहीं दिख रहे हैं.
महागठबंधन में गहरे संकट का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि दोनों के बीच बीच-बचाव का काम कर रही कांग्रेस पर ही आरजेडी ने सवाल खड़े कर दिए हैं, उंगली उठा दी है. इस लड़ाई में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को घसीट लाया गया है.
इस खींचतान और तनातनी के बीच आज शाम कैबिनेट की बैठक हैं. अब देखना अहम होगा कि क्या इस बैठक में तेजस्वी यादव शामिल होते हैं या नहीं. इससे बिहार की मौजूदा राजनीति और संकट की अगली तस्वीर बहुत हद तक साफ हो जाएगी.
दरअसल, तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर लालू और नीतीश दोनों में से कोई झुकने को तैयार नहीं हैं. कांग्रेस की मध्यस्थता बेअसर है. दोनों नेता अब तक बैठने को तैयार नहीं हैं.
सूत्र बताते हैं कि लालू तेजस्वी के इस्तीफे के बाद आरजेडी के सभी मंत्री का इस्तीफा दिलाने और सरकार को बाहर से समर्थन देने को कह रहे पर नीतीश इसपर राज़ी नहीं है. नीतीश चाहते हैं कि सिर्फ तेजस्वी इस्तीफा दें. हालांकि, नीतीश ने खुद कभी तेजस्वी से इस्तीफा मांगा नहीं है.
सूत्रों के मुताबिक लालू ने कांग्रेस से कहा है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ भी एफआईआर है उसने इस्तीफा नहीं तो तेजस्वी का क्यों? मामला फिर से फंस गया है. अब नीतीश को फैसला लेना है.