Bihar Politics: बीजेपी के साथ आए नीतीश कुमार तो कैसी होगी बिहार की नई सरकार? सामने आया फॉर्मूला
Bihar News: नीतीश कुमार के फिर से एनडीए से जुड़ने की संभावना जताई जा रही है. अगर वह फिर से बीजेपी के साथ आते हैं तो नई सरकार का फॉर्मूला क्या होगा, इस पर सूत्रों ने जानकारी दी है.
Bihar Politics Update: लोकसभा चुनाव 2024 में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है. उससे पहले बिहार की राजनीति गरमाई हुई है. ऐसी अटकलें जोरों से लगाई जा रही हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पाला बदलकर महागंठबधन छोड़ एनडीए में वापस आ सकते हैं.
उधर, बीजेपी के नेताओं के बीच भी बैठक और मंथन का दौर चल रहा है. हालांकि, उनकी ओर से इसे लोकसभा चुनाव की तैयारी बताया जा रहा है.
अगर नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आते हैं तो बिहार का मुख्यमंत्री कौन बनेगा और लोकसभा चुनाव में सीटों का फॉर्मूला क्या होगा, इस तरह के सवालों पर भी चर्चा हो रही है. आइए जानते हैं.
बिहार की सियासत को लेकर क्या कहते हैं सूत्र?
एबीपी न्यूज को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगर जेडीयू एनडीए का हिस्सा बनती है तो नीतीश कुमार ही फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे. वहीं, बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी का नाम डिप्टी सीएम की रेस में आगे बताया जा रहा है. हालांकि, संभावित नई सरकार को लेकर बीजेपी में मंथन चल रहा है और शनिवार (27 जनवरी) को भी बैठक बुलाई गई है.
सुशील मोदी ने दिए ये संकेत
शुक्रवार (26 जनवरी) को सुबह दिल्ली से पटना जाने के दौरान राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश कुमार साथ आने का संकेत दिया. सुशील मोदी ने मीडिया से कहा, ''नीतीश कुमार या जेडीयू का सवाल है तो राजनीति में हमेशा दरवाजा बंद नहीं करना है. जो दरवाजा बंद रहता वो खुल भी सकता है.'' उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है.
इस बीच बीजेपी के नेता एक-एक करके दिल्ली से पटना पहुंचने लगे हैं. प्रदेश के बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े शनिवार (27 जनवरी) को पटना पहुंचेंगे. एबीपी न्यूज को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नई सरकार का फॉर्मूला कुछ ऐसा होगा-
- पुराने फार्मूले के तहत ही मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या तय होगी
- जेडीयू की लोकसभा सीटों की संख्या घटेगी
- जेडीयू को लोकसभा में 12 से 15 सीटें लड़ने को मिल सकती हैं
- सहयोगी दलों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा
अमित शाह के आवास पर भी हुई बैठक
हालांकि, आधिकारिक तौर पर पत्ते किसी भी तरफ से नहीं खोले गए हैं लेकिन अंदरखाने इस पर सहमति बनने की खबर है. बता दें कि गुरुवार (25 जनवरी) रात दिल्ली में पहले बिहार बीजेपी के प्रभारी विनोद तावड़े और फिर गृह मंत्री अमित शाह के घर पर बिहार के नेताओं की मीटिंग हुई थी. सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में बिहार की मौजूदा सियासी परिस्थितियों पर चर्चा हुई. हालांकि, बैठक के बाद बिहार के नेताओं ने कैमरे पर यही कहा कि चर्चा लोकसभा चुनाव को लेकर हुई.
हालांकि, इस मीटिंग में शामिल रहे बिहार में विपक्ष के नेता विजय सिन्हा से शुक्रवार को जब पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने नीतीश से गठबंधन को लेकर सस्पेंस बनाए रखा.
क्या बोले विजय सिन्हा?
विजय सिन्हा ने कहा, ''हमारे केंद्रीय नेतृत्व की नजर है और केंद्रीय नेतृत्व मेरा सक्षम है, सामूहिक नेतृत्व है और सामूहिक नेतृत्व बहुत गंभीरता से विचार करके ही कोई निर्णय लेगा.''
फिलहाल बीजेपी बिहार की राजनीतिक परिस्थितियों से लेकर सहयोगियों का मूड समझने की कोशिश कर रही है. सूत्रों ने एबीपी न्यूज को बताया कि बिहार को लेकर बीजेपी बहुत सोच-विचार करके फैसला लेना चाहती है, जबकि जेडीयू के नेता इस गठबंधन को लेकर जल्दबाजी में हैं.
हालांकि, बीजेपी इस मामले में नीतीश कुमार से अपनी शर्तों पर बात करने की तैयारी में है. बीजेपी चाहती है कि वो अपने जमीनी कार्यकर्ताओं और नेताओं से पूरा फीडबैक ले और उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाए.
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