Opposition Reaction on NItish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के विपक्ष के महागठबंधन को छोड़कर एनडीए में शामिल होने की घटना ने सभी विपक्षी दलों को बैकफुट पर ला दिया है. इस पूरे घटनाक्रम से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दिग्गज नेता शरद पवार (Sharad Pawar) काफी हैरान हैं. उन्होंने इसके लिए नीतीश कुमार की आलोचना भी की है.
एनसीपी के मुखिया शरद पवार इस बात से आश्चर्य में हैं कि आखिर नीतीश कुमार का हृदय परिवर्तन कैसे हुआ, ऐसा क्या हुआ कि आगामी लोकसभा चुनावों में BJP का मुकाबला करने के लिए इंडिया ब्लॉक को अस्तित्व में लाने वाले नीतीश कुमार ने बीजेपी का ही हाथ थाम लिया.
जनता जरूर सिखाएगी सबक
शरद पवार ने बिहार में महागठबंधन को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि “वह बीजेपी के खिलाफ इंडिया ब्लॉक (INDIA Alliance) पर काम कर रहे थे, मुझे नहीं पता कि अचानक क्या हुआ जो वह बीजेपी के साथ चले गए, लेकिन भविष्य में जनता उन्हें उनकी भूमिका के लिए सबक जरूर सिखाएगी.”
पहले कभी नहीं देखी ऐसी स्थिति - शरद पवार
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में शरद पवार ने कहा कि “इतने कम समय में पटना में जो कुछ भी हुआ, ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं दिखी है. मुझे याद है कि यह नीतीश कुमार ही थे जिन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए महागठबंधन की पहल की थी और सभी गैर-भाजपा दलों को पटना बुलाया था, लेकिन पिछले 10-15 दिनों में ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने इस विचारधारा को छोड़ दिया और बीजेपी में शामिल होकर सरकार बना ली.”
कांग्रेस ने किया नीतीश कुमार पर हमला
वहीं, नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ हाथ मिलाने पर इंडिया ब्लॉक में शामिल दूसरे दलों के नेता ने बिहार के सीएम पर जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि, "यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से डरे हुए थे, जो बिहार में प्रवेश करने वाली है. बिहार के लोग विश्वासघात के इस एक्सपर्ट और उन्हें अपने इशारों पर नचाने वालों को माफ नहीं करेंगे." कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वे जानते थे कि नीतीश कुमार दल बदल सकते हैं. देश में 'आया राम, गया राम' जैसे कई लोग हैं."
टीएमसी और सपा ने भी की आलोचना
टीएमसी ने कहा कि, "यह नया नहीं है. नीतीश कुमार राजनीतिक कलाबाजियों के लिए ही जाने जाते हैं. जनता इस तरह के अवसरवाद का जवाब देगी." समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट में कहा, "बीजेपी कभी इतनी कमजोर नहीं हुई जितनी आज हो गई है. आज विश्वासघात का एक नया रिकॉर्ड बन गया है." एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "तीनों दलों (जेडी(यू), राजद और बीजेपी) ने मिलकर बिहार के लोगों को उन मुद्दों पर धोखा दिया है जिनके बारे में उन्होंने बात की थी."
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