Bihar Politics: बिहार (Bihar) में बदली राजनीति के चपेटे में अब संसद का मानसून सत्र (Parliament Session 2022) भी आ गया है. कांग्रेस (Congress) नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी (BJP) को जानकारी थी कि बिहार में उसकी सरकार जाने वाली है इसलिए उन्होंने जानबूझ कर संसद का मानसून सत्र छोटा कर दिया. 


कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा कि मार्च 2020 में मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए मोदी सरकार ने कोविड-19 लॉकडाउन को आगे बढ़ा दिया था. अब उनको संसद सत्र निर्धारित समय से छोटा करना पड़ा है क्योंकि बिहार में उनकी गठबंधन सरकार जा रही है. उत्थान के बाद पतन तय है.






राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी कसा तंज
जयराम रमेश के अलावा राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतंत्र का गला घोट कर बिहार में सरकार बनाने के लिए बने इस नापाक गठबंधन का टूटना तो पहले से ही तय था. अशोक गहलोत ने कहा कि इनकी तानाशाही प्रवृत्ति से गोवा, मणिपुर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और अब महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है. ये लोकतंत्र के हत्यारे है, सविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं. देश इनको माफ नही करेगा.






क्या बोले नीतीश कुमार?
वहीं बिहार में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने महागठबंधन के समर्थन से राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश किया. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे पास सात दलों का समर्थन है. हमारे पास कुल 164 विधायक हैं. हम लोग मिलकर बिहार (Bihar) को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. 


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