Bihar Political Crisis: बिहार में पिछले कई दिनों से चल रही राजनीतिक गतिविधियों के बीच नीतीश कुमार ने नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. साल 2022 में आरजेडी से गठबंधन करने वाले नीतीश कुमार ने फिर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले एनडीए का दामन थाम लिया और राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा.


जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार के इस्तीफे से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र के साथ फोन पर बात हुई. इसके बाद नीतीश कुमार ने राज भवन जाकर महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और राज्यपाल से जेडीयू, आरजेडी-कांग्रेस के महागठबंधन की सरकार को खत्म करने आग्रह किया. फोन हुई बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने उन्हें बधाई भी दी.


पीएम मोदी ने क्या कहा?


बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद पीएम मोदी ने कहा, "बिहार में बनी एनडीए सरकार राज्य के विकास और यहां के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी. नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री और सम्राट चौधरी एंव विजय सिन्हा को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर मेरी बहुत-बहुत बधाई." इसके साथ ही उन्होंने सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को टैग करते हुए लिखा, "मुझे विश्वास है कि ये टीम पूरे समर्पण भाव से मेरे परिवारजनों की सेवा करेगी."


नीतीश कुमार ने क्या कहा?


मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि आगे से अब कहीं नहीं जाएंगे. अब तो मुक्ति मिल गई... जहां थे वहीं आ गए. अब इधर उधर जाने का सवाल ही नहीं. उन्होंने आगे कहा कि पहले भी यहीं थे... बीच में कहीं गए थे लेकिन अब नहीं. 


इससे पहले, राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा, "डेढ़ साल पहले उनके (गठबंधन) साथ सरकार बनाई, लेकिन सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था. उन लोगों के साथ काम करने में परेशानी हो रही थी. बहुत मेहनत करके इंडिया गठबंधन बनाया, सबको एकजुट करने में काफी काम किया लेकिन उन्हें छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा."


तेजस्वी यादव बोले- खेला होना बाकी है अभी


नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने और आरजेडी से नाता तोड़ने पर तेजस्वी यादव ने कहा, "वह एक थके हुए सीएम थे. खेल अभी शुरू हुआ है, खेल अभी बाकी है. मैं आपको लिखित में दे सकता हूं कि जेडीयू पार्टी 2024 में खत्म हो जाएगी. जनता हमारे साथ है."


उन्होंने आगे कहा, ''जब नीतीश कुमार हमारे साथ थे तो कहते थे कि इतना काम हो रहा है. क्या आपने पहले कभी नीतीश कुमार को नियुक्ति पत्र बांटते देखा है? हमने उनसे नियुक्ति पत्र बंटवाया और बाद में केंद्र सरकार ने भी हमारा अनुसरण किया. हम बीजेपी को बधाई देते हैं.''


तेज प्रताप यादव कविता लिखकर किया पटलवार


वहीं लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “जब भाव न जागा भावों में, उस भावों का कोई भाव नहीं, ऐसी भावों का कोई स्थान नहीं, जिनका भाव नहीं अपनों की भावों में, कहां रखी है भाव तेरी, जिनका ख़्याल तेरी भावों में, बस सत्ता का ख़्याल है तेरी भावों में, अपनों के भावों का क्या हुआ. तेरा अंत होगा और अंत होगा तेरी भावों का, कोई स्थान नहीं होगा तेरा, जब बात होगी तेरी भावों का.”


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