प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर फिर साधा निशाना, पूछा- आपने केंद्र को ट्रेन चलाने का सुझाव दिया तो देरी क्यों हुई?
लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के लोगों के मुद्दे पर प्रशांत किशोन ने नीतीश कुमार को निशाने पर लिया हुआ है. राज्य के बाहर फंसे हुए लोगों को एक हजार रुपये देने के फैसले पर भी उन्होंने सीएम पर हमला किया था.
नई दिल्ली: चुनाव रणनीतिकार और जेडीयू के पूर्व उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने एक बार फिर नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है. पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर ने सीएम से सवाल किया कि उन्होंने केंद्र को ट्रेन चलाने का सुझाव कब दिया और इसको मानने में इतनी देरी क्यों हुई?
प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, ‘’देश के कई हिस्सों में फंसे हुए बिहार के लोगों के लिए कुछ नहीं करने वाले नीतीश कुमार अब कह रहे हैं कि केंद्र ने उनके सुझाव पर लोगों के लिए ट्रेनें शुरू की हैं. सर, आपने ये सुझाव कब दिया और इसको मानने में इतनी देरी क्यों हुई? क्या गरीब लोगों से भाड़ा लेने का सुझाव भी आपका ही है?’’
देश के कई हिस्सों में फँसे हुए बिहार के लोगों के लिए कुछ नहीं करने वाले @NitishKumar अब कह रहे हैं कि केंद्र ने उनके सुझाव पर लोगों के लिए Trains शुरू की है! सर, आपने ये सुझाव कब दिया और इसको मानने में इतनी देरी क्यों हुई? क्या गरीब लोगों से भाड़ा लेने का सुझाव भी आपका ही है?
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) May 4, 2020
गौरतलब है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे बिहार के लोगों को अब स्पेशल ट्रेन के जरिए उनके घर पहुंचाया जा रहा है. इससे पहले नीतीश कुमार ने लॉकडाउन के नियमों को हवाला देते हुए लोगों को वापस लाने पर असमर्थता जाहिर की थी लेकिन गृह मंत्रालय की तरफ से दी गई छूट के बाद अब प्रवासी मजदूरों और छात्रों को बिहार वापस लाया जा रहा है.
इस बीच नीतीश कुमार की सरकार ने फैसला किया है कि वह सभी यात्रियों को टिकट के अलावा पांच सौ रुपये भी देगी. ट्रेन के किराए को लेकर विपक्ष ने नीतीश कुमार पर निशाना साध. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि ग़रीब मज़दूरों की तरफ़ से 50 ट्रेनों का किराया आरजेडी वहन करने के लिए एकदम तैयार है क्योंकि ड़बल इंजन सरकार सक्षम नहीं है. बिना देरी किए हुए इसका प्रबंध कराना चाहिए.
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