बिहार: लालू के बाद अब बेटे तेजस्वी देंगे CM नीतीश के आरोपों का जवाब
कल यानी मंगलवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार पर पलटवार किया था. लालू ने नीतीश कुमार को राजनीति का पलटूराम बताया है. साथ ही ये भी बताया कि कैसे उन्होंने नीतीश कुमार के शुरुआती राजनीतिक जीवन में उनकी मदद की.
पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से लगाए गए आरोपों का जवाब देंगे. तेजस्वी आज दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. तेजस्वी यादव नीतीश के महागठबंधन तोड़ने और बीजेपी के साथ जाने के कदम के बाद से काफी आक्रमक दिखे हैं.
लालू यादव का पलटवार, 'राजनीति के पलटूराम हैं नीतीश कुमार, अपनी हैसियत भूल जाते हैं'
कल यानी मंगलवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार पर पलटवार किया था. लालू ने नीतीश कुमार को राजनीति का पलटूराम बताया है. साथ ही ये भी बताया कि कैसे उन्होंने नीतीश कुमार के शुरुआती राजनीतिक जीवन में उनकी मदद की.
नीतीश कुमार भूल जाते हैं कि उनकी हैसियत क्या है
लालू यादव ने कहा, “ये कहते हैं कि हमने अपना वोट लालू यादव को ट्रांसफर किया और लालू का वोट हमें ट्रांसफर नहीं हुआ. नीतीश कुमार भूल जाते हैं कि उनकी हैसियत क्या है. हम 1977 में लोकसभा सीटे थे, तब नीतीश कुमार का कोई अता पता नहीं थे. नीतीश कुमार दो बार विधायकी का चुनाव हारे, एक बार लोकसभा का भी चुनाव हारे.”
नीतीश जननेता हैं तो कुर्मी सम्मेलन में क्यों गए?
लालू यादव ने कहा, ”नीतीश कुमार कहते हैं वो मास के नेता हैं और मैं कास्ट का नेता हूं. अगर ऐसा है तो नीतीश कुमार जवाब दें कि 1994 में मेरे खिलाफ गांधी मैदान में कुर्मी सम्मेलन किसने किया था. नीतीश बताएं आज तक हमने देश में कहीं भी यादव सम्मेलन किया हो. मैं सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय वाला नेता हूं. नीतीश कुमार जानबूझ कर दिल्ली से अपनी पसंद के अफसरों को बिहार लाए.”
तेजस्वी इस्तीफा भी देता तब ये BJP के साथ जाते
लालू यादव ने कहा, “नीतीश कुमार शुरू से ही मोदी से मिले थे. तेजस्वी इस्तीफा भी दे देता तो भी यह गठबंधन छोड़ देते. कल अमित शाह ने कहा हमने किसी को नहीं तोड़ा नीतीश तोड़ कर नहीं लाए. बिना सीएम की इजाजत के किसी संवैधानिक व्यक्ति के यहां सीबीआई छापा मार सकती है क्या? नीतीश शुरुआत से ही हमसे घृणा करता था.”