नई दिल्ली: लालू-नीतीश की पार्टी के बीच बनी खायी बढ़ती ही जा रही है. इस बीच बीजेपी के बागी सांसद शत्रुघन सिन्हा लगातार इस्तीफे का दबाव झेल रहे तेजस्वी यादव के बचाव में उतरे हैं. शत्रुघन ने कहा है कि सिर्फ आरोप लगने से तेजस्वी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए, पहले भी ऐसा कई बार हो चुका है.


शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, "अगर आरोप के आधार पर किसी का इस्तीफा लेंगे तो क्या पहले भी कभी ऐसा हुआ है. बहुत सारी पार्टियां ऐसी रही हैं जिनमें ना सिर्फ एफआईआर बल्कि चारशीट दाखिल होने के बाद भी पद पर रहे हैं.''


शत्रुघ्न ने कहा, "मैं खबरों और अफवाहों के आधार पर कुछ नहीं कहना चाहता है, ये उनका अपना अंदरूनी मामला है. वो दोनों लोग (नीतीश-लालू) बहुत परिपक्व हैं. सबको इस वक्त बिहार का हित देखना चाहिए.''


लालू-नीतीश की खटपट में सोनिया गांधी का दखल
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव के बीच चल रही तनातनी को कम करने की सोनिया गांधी ने पहल की है. सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने लालू यादव और नीतीश कुमार दोनों से फोन पर बात की है.


कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने परसों नीतीश से बात की थी और आज लालू यादव से 5 मिनट तक बात की है. एबीपी न्यूज को सूत्रों से पता चला है कि सोनिया से बात करने के बाद लालू कुछ नरम पड़े हैं.


राष्ट्रपति चुनाव के बाद इस्तीफा दे सकते हैं तेजस्वी: सूत्र
सूत्रों के मुताबिक अगर सब कुछ ठीक रहा तो राष्ट्रपति चुनाव के बाद तेजस्वी यादव का नीतीश सरकार से इस्तीफा हो सकता है. जेडीयू भी तेजस्वी के इस्तीफे पर ही अड़ी है. जेडीयू के कई बड़े नेता इसे लेकर बयान दे चुके हैं.