जयपुर: राज्य सरकारों की आपसी विवादों में कोचिंग नगरी कोटा में फंसे हुए बिहार झारखंड, हरियाणा, मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों के छात्र अपने राज्य की सरकारों की तरफ मुंह बाए देख रहे हैं कि काश उनकी सरकार भी उनके लिए योगी सरकार की तरह फैसला ले. उन्हें कोटा से किसी भी तरह निकाल ले. हालांकि अभी तक तो इनका अरमान राजनीति की भेंट चढ़ रहा है. कहीं ना कहीं यह छात्र अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं और इनमें अपनी अपनी प्रदेश की सरकारों के प्रति रोष व्याप्त हो चुका है कि हमारी सरकारें हमारे साथ सौतेला व्यवहार कर रही हैं.
ऐसे में बिहार और अन्य राज्यों के छात्रों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. छात्र अपनी सरकार के खिलाफ अब खुलकर बोल रहे हैं. वह कह रहे हैं कि राजनीति छोड़ो हमे घर जाना हैं.
वहीं नीतीश कुमार के बयान पर बिहारी छात्रों का गुस्सा फूट रहा है. अब इस गुस्से में नीतीश के ट्वीट ने घी डाल दिया है. दरअसल बिहार से कोचिंग करने आए हुए छात्र अब नीतीश कुमार से जवाब मांग रहे हैं कि आखिर नीतिश चाहते क्या है. क्यों उन्हें कबूल न करते हुए उनके साथ इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं.
जब योगी सरकार अपने बच्चों को कोटा से निकाल सकती है और निकाल रही है तो नीतीश योगी सरकार के कदम पर ही सवाल उठा रहे हैं. ऐसे में छात्रों का गुस्सा नीतीश सरकार के खिलाफ बढ़ रहा है और छात्र अपनी ही सरकार को कोस रहे हैं. छात्र नीतीश के ट्वीट पर भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं लेकिन नीतीश सरकार है कि छात्रों की सुध लेने को तैयार नहीं.
छात्रों को भी अब ऐसा लगने लगा है कि नीतीश सरकार वोट बैंक की राजनीति कर रही है. उन्हें मजदूरों का तो खयाल है लेकिन देश के भविष्य का कोई ध्यान नहीं. क्या ऐसे ही उनके प्रदेश की सरकार उनसे मुंह मोड़ कर राजनीति करेगी. अपनी-अपनी राज्य सरकारों से ये छात्र गुहार लगा रहे हैं.