Bihar Terror Module: फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल मामले में नया खुलासा हुआ है. जांच में सामने आया है कि तुर्की (Turkey) समेत कई मुस्लिम राष्ट्रों से पीएफआई (PFI) को फंड मुहैया कराया जाता था. अशीक्षित, बेरोजगार युवाओं का ब्रेन वॉश कर आतंकी ट्रेनिंग दी जाती थी और दूसरे राज्यों से ट्रेनर आते थे. पीएफआई की आड़ में देश विरोधी गतिविधियां चल रही थीं. इस मामले में अब तक 5 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. पकड़े जा रहे संदिग्ध आतंकियों की पूरी कुंडली खंगाली जा रही है.


इनके आर्थिक कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं. 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की रची गयी साजिश का ये मॉड्यूल आर्थिक ताकत पर केंद्रित था. पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों के साथ-साथ उनके परिजनों के बैंक खातें की जांच की जा रही है. संदिग्ध आतंकियों का नेटवर्क खंगालने के लिए अन्य राज्यों की एटीएस की मदद भी ली जाएगी. जांच में सामने आया कि फुलवारी शरीफ मामले के तार अन्य राज्यों से भी जुड़ रहे हैं. गिरफ्तार अतहर परवेज, अरमान मलिक रिमांड पर हैं. 


पटना में देश विरोधी गतिविधियों का हुआ था खुलासा


गौरतलब है कि, बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में पुलिस ने देश विरोधी गतिविधियों का खुलासा किया था. यहां फुलवारी शरीफ (Phulwari Sharif) में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) की आड़ में आतंक की फैक्ट्री चल रही थी. यहां लोगों को हथियार चलाने और धार्मिक उन्माद फैलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी. पटना पुलिस (Patna Police) ने फुलवारी शरीफ स्थित नया टोला में पीएफआई के कार्यालय से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से ही मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में पाकिस्तान (Pakistan) कनेक्शन भी सामने आया है. 


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गजवा-ए-हिंद में मुस्लिम राष्ट्र की साजिश, पटना में संदिग्ध की हुई गिरफ्तारी | Bharat Ki Baat