नई दिल्ली: आज बिहार में शराबंदी लागू किए दो साल पूरे हो गए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 5 अप्रैल 2017 को पूर्ण शराबबंदी का ऐलान किया था. शराबबंदी को लागू कर नीतीश कुमार ने अपनी राजनीतिक छवि मजबूत करने की कोशिश की. खासतौर पर महिलाओं के बीच नीतीश कुमार ने शराबबंदी के जरिए एक सकारात्मक संकेत देने की कोशिश की लेकिन दूसरी तरफ फिलहाल इसको लेकर वह विपक्ष के निशाने पर हैं.


नीतीश कुमार ने आज पटना में शराबबंदी पर तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिनभर ट्वीट-ट्वीट करते रहे पर कोई ज्ञान नहीं. सीएम नीतीश ने कहा कि शराब पीना तो बन्द हो गया है. उन्होंने कहा कि सवा लाख लोगों की शराबबंदी में गिरफ्तारी ज़रूर हुई पर ये दो सालों में हुई है. मौजूदा वक्त में सिर्फ आठ हज़ार लोग बन्द हैं. जबकि बड़े पैमाने पर शराब के खेप पकड़े गए हैं.


बता दें कि महागठबंधन से होने के बाद से ही आरजेडी शराबबंदी को लकर नीतीश सरकार पर हमलावर है. बुधवार को तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार का 'रिपोर्ट कार्ड' जारी की. इसके जरिए भी आरजेडी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला. तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है. तेजस्वी यादव नीतीश कुमार सरकार पर ये आरोप लगाते रहे हैं.


मद्यनिषेध और उत्पाद विधेयक-2016 में कड़े सजा के प्रावधान किए गए हैं. इसके तहत तहत पांच साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा और नशे में पकड़े जाने पर न्यूनतम एक लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक आर्थिक दंड का प्रावधान हैं.


नीतीश सरकार के मुताबिक शराबंदी का उल्लंघन करने के आरोप में 1 लाख 21 हजार 586 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यानि हर दिन करीब 172 लोगों को बिहार पुलिस शराब पीने और उसे बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके मुताबिक, हर 10 मिनट में एक गिरफ्तारी हुई. बिहार विधान परिषद में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्य दिलीप कुमार जायसवाल के सवाल के जवाब में उत्पाद मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने गिरफ्तारी से जुड़े आंकड़े पेश किए. उन्होंने कहा कि 6 मार्च तक करीब 6 लाख पांच हजार छापेमारी के दौरान दो लाख से अधिक लीटर अवैध शराब जब्त की गई.


बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में पूर्ण शराबबंदी के एक साल के भीतर 5,14,639 लीटर विदेशी (अंग्रेजी), 3,10,292 लीटर देशी शराब और 11,371 बीयर जब्त की गई थी.


पिछले साल ही जब्त की गई शराब को लेकर बिहार पुलिस ने एक चौंकाने वाला बयान दिया, जिसने खूब सुर्खियां बटोरीं. पुलिस के मुताबिक उन्होंने राज्य से शराब को जब्त कर मालखाने में रखी थी, जहां 9 लाख लीटर शराब को चूहों ने गटक लिया.