राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार सभी मोर्चों पर नाकाम साबित हुई है इसलिए नीतीश कुमार का जाना तय है. उन्होंने बिहार में महागठबंधन के भविष्य पर भी खुलकर बात की.
कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर किया वार
कुशवाहा ने नीतीश कुमार के चुनाव बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटने की वजह बताई, "नीतीश कुमार हमेशा कहते थे कि बिहार से पलायन रुक गया है. मगर कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन से पैदा हुई स्थिति ने हकीकत लोगों के सामने ला दी है." एक अखबार को इंटरव्यू देते हुए कुशवाहा ने कहा, "भले ही नीतीश कुमार ने कभी महागठबंधन में रहते या एनडीए में रहते 15 साल पूरे कर लिए हैं मगर लोगों ने उनकी असलियत पहचान ली है. नीतीश ने पढ़ाई, दवाई और कमाई के वादों के साथ लोगों से वोट मांगा था. लोगों ने पांच साल शासन करने के बजाए 15 साल मौका दिया. 15 साल में रोजगार या शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्य लोगों के सामने हैं. उन्होंने कानून का शासन लागू करने की बात की थी मगर हो क्या रहा. आज हत्या, अपहरण, लूट, ब्लात्कार बिहार में बढ़ गया है. उनकी सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है."
रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र पर पूछे सवाल
जब उनसे लालू-राबड़ी और नीतीश के 15-15 साल शासन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नीतीश ने बिहार को विकसित राज्य बनाने का वादा किया था. मगर कितने लोगों को रोजगार मिला? नौकरी के अवसर पैदा करने के लिए उन्होंने क्या किया? क्या उन्होंने एक भी इंडस्ट्री बिहार में लगाई? सच तो ये है कि पहले से चली आ रही जूट मिल और शूगर मिल बंद हो गईं. उन्होंने कहा कि पिछले 15 साल की तुलना का कोई सवाल ही नहीं है. महागठबंधन में सीएम का उम्मीदवार कौन होगा? इस सवाल के जवाब में कुशवाहा ने कहा कि अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है.
महागठबंधन के भविष्य पर भी की बात
उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री चाहे जो कोई भी बने मगर नीतीश कुमार से बेहतर होगा. लोग उसके बारे में जानते होंगे. लेकिन सीएम पद के चेहरे के बारे में टाल मटोल क्यों किया जा रहा है? कुशवाहा ने बताया कि अभी एक प्रक्रिया है. महागठबंधन के सभी नेता बैठकर फैसला करेंगे और चुनाव से पहले सही समय पर फैसला हो जाएगा. महागठबंधन में दरार के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई मुद्दा नहीं है जिसे बैठकर सुलझाया न जा सके.
बीटीपी ने अपने दोनो विधायकों को न कांग्रेस और न ही भाजपा के पक्ष में वोट देने का व्हिप जारी किया
पीएम ओली ने बताया भगवान राम को नेपाली, बीजेपी के विजय सोनकर बोले, 'हमारे राम के साथ खिलवाड़ मत करो'