नई दिल्ली: बिहार में नीतीश सरकार के सुशासन के दावों के बीच एक तरफ बेलगाम अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है तो दूसरी ओर हर रोज नए-नए घोटाले सामने आ रहे हैं. जिसको लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की जुगत में लगा हुआ है. शीतक़ालीन सत्र के तीसरे दिन भी राज्य में हुए घोटालों और बिगड़ी क़ानून व्यवस्था पर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया और मुख्यमंत्री के इस्तीफ़े तक की मांग कर डाली.


सूबे में लगातार हो रही हत्याओं को विपक्ष ने बिगड़ती क़ानून व्यवस्था का जामा पहनाकर सरकार को चौतरफ़ा घेरने की ठान रखी है. तभी तो विधानसभा सत्र के लगातार तीसरे दिन भी विपक्ष इन्हीं मुद्दों का जाप कर रहा है. सदन शुरू होने से पहले ही विधानसभा के बाहर विपक्ष ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया. विधानपार्षद और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार का डबल इंजन फ़ेल हो चुका है..सूबे में घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं..क़ानून व्यवस्था चरमराई हुई है.. मुख्यमंत्री ख़ुद गृहमंत्री भी हैं इसलिए उनको इस्तीफ़ा देना चाहिए.


वहीं बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर बरस रहे हैं. विधानसभा की कार्यवाही के दौरान वो इतने आक्रामक हो गए कि उन्होंने यहां तक कह डाला कि घोटालों में ग़बन किया गया पैसा किसी के बाप का नहीं था. मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में घोटाले की सरकार चल रही है, सूबे में अपराधियों का बोलबाला है और ये सरकार हर मुद्दे पर फेल है.


तेजस्वी ने तंज कसा कि पुलिस वालों की हत्याएं हो रही हैं और सरकार सिर्फ अपनी पीठ थपथपाने में लगी है. इधर मामले की गम्भीरता को सरकार भी भांप चुकी है. हालांकि सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी बिगड़ती क़ानून व्यवस्था पर सफ़ाई देने के साथ ही लालू राज का ज़िक्र करना नहीं भूले. अपराधियों पर उचित कार्रवाई करने की बजाय सुशील मोदी अभी भी विपक्ष की तरह बात कर रहे हैं. मीडिया के सवाल पर सुशील मोदी अपने सरकार की कार्रवाई से ज़्यादा लालू यादव के अपराधियों के साथ सम्बंधों का ढ़िंढ़ोरा पीटते नज़र आए.