पटना: महागठबंधन में बने रहने के लिए विकासशील इंसान पार्टी यानी VIP पार्टी ने अपनी शर्त बता दी है. वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी ने आरजेडी नेता और सीएम पद के दावेदार तेजस्वी यादव को अपनी मंशा बता दी है. मुकेश सहनी ने कहा है कि बिहार में उनकी पार्टी को 25 से 30 सीट हर हाल में चाहिए और साथ ही डिप्टी सीएम का पद भी. मुकेश सहनी ने तेजस्वी से इन दोनों डिमांड के पीछे अपनी राजनीतिक मजबूरी और ज़रूरत को बताया.


मुकेश सहनी का कहना है कि इस साल हुए उप चुनाव में सिमरी बख्तियारपुर सीट पर वीआईपी के उम्मीदवार को 25 हज़ार मत मिले थे, जिससे जेडीयू के प्रत्याशी की हार हो गई थी. सहनी का दावा है कि अगर वह 243 सीट पर लड़ गए तो किसी भी गठबंधन की जीत हार का कारण बन सकते हैं. दूसरी तरफ मुकेश सहनी का दावा है कि उनके समर्थक अति पिछड़ा समाज है. खासकर सहनी, बिंद ,मल्लाह , नोनिया जैसी उप जातियां उनके साथ हैं. ऐसे में उन्हें डिप्टी सीएम का पद मिलने की बात सामने रखी जाएगी तो उनके समर्थक महागठबन्धन को एक मुश्त वोट करेंगे.


मुकेश सहनी का मानना है कि जैसे आरजेडी को यादव और मुस्लिम समीकरण का समर्थन मिलता रहा है, वैसे ही उनकी पार्टी के साथ रहने पर अति पिछड़ी जातियों का भरोसा जागेगा. सहनी का मानना है कि महागठबंधन में विधान सभा की कुल 243 सीटों में से आरजेडी को आधी सीटों यानी 122 सीटों पर लड़ना चाहिए जबकि 121 सीट गठबंधन के बाकी दलों के लिए छोड़ देना चाहिए.


उन्होंने अपनी पार्टी के लिए 25 से 30 सीट की मांग की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को 50 से 55 सीट मिलनी चाहिए जबकि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को भी 25 से 30 सीटें दी जानी चाहिए. पहली बार लेफ्ट की सभी पार्टियां एक साथ होकर महागठबंधन में शामिल होंगी. इसलिए उन्हें भी 25 से 30 सीटें मिलनी चाहिए.


दिलचस्प बात यह है कि सहनी यह फॉर्मूला तेजस्वी यादव को भी बता चुके हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के महागठबंधन से बाहर हो जाने की बड़ी वजह 10 सीट से ज़्यादा नहीं मिलना था. सूत्रों का कहना है कि मुकेश सहनी बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के संपर्क में भी हैं. सूत्रों का कहना है कि अगर महागठंबधन में उनकी बातों को नज़रअंदाज़ किया गया तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.


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