NEET 2022 Result: नीट परीक्षा 2022 के नतीजों में बाजी मारने वालों में राजस्थान और महाराष्ट्र स्कूली शिक्षा बोर्ड के साथ ही सीबीएसई (CBSE) बोर्ड के छात्रों ने अपना परचम लहराया है. ये नीट यूजी 2022 की मेरिट लिस्ट में छाए हुए हैं. दरअसल बीते सप्ताह बुधवार 07 सितंबर, 2022 को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी -एनटीए (NTA) ने नीट यूजी 2022 (NEET UG 2022) के नतीजों का एलान किया था.


इन नतीजों पर गौर करें तो राजस्थान और महाराष्ट्र के दो स्कूली शिक्षा बोर्डों ने सीबीएसई के साथ मिलकर इस साल के एनईईटी-यूजी में मेरिट लिस्ट में टॉप पर रहने में कामयाबी हासिल की है. इन बोर्ड्स के 67.4 फीसदी छात्र मेरिट लिस्ट में शामिल हैं. इतना ही नहीं इनमें से कई छात्र ऐसे रहे, जिन्होंने 720 में से 600 और उससे अधिक नबंर हासिल किए. राजस्थान की तनिष्का ने नीट यूजी, 2022 परीक्षा में आल इंडिया रैंक-1 हासिल की. 


नीट -यूजी परीक्षा 2022


नीट यूजी 2022 परीक्षा 17 जुलाई, 2022 को देश-विदेश में 500 से अधिक जगहों में आयोजित की गई थी. इसके लिए 18,72,343 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया था. इनमें से परीक्षा में केवल 17,64,571 छात्र ही शामिल हुए. इसमें 10,01,015 छात्राएं 7,63,545 छात्र थे. इन छात्र-छात्राओं में से 09 लाख 93 हजार 69 बच्चों को काउंसलिंग के लिए सफल घोषित किया गया. इस परीक्षा में इस साल यूपी, महाराष्ट्र और राजस्थान का दबदबा रहा.


यूपी के बच्चे इस परीक्षा में कामयाबी हासिल करने में अव्वल रहे. यूपी से इस परीक्षा में 2,19,197 छात्र बैठे थे. इनमें से से 1,17,316 छात्र-छात्राएं सफल हुए. महाराष्ट्र में 2,44,903 छात्रों ने परीक्षा दी और 1,13,812 कामयाब हुए. इसी के साथ महाराष्ट्र प्रदर्शन के मामले में इस परीक्षा में दूसरे नंबर पर रहा. राजस्थान से 1,17,099 बच्चे नीट की परीक्षा में बैठे थे, जिनमें से 82,548 छात्रों ने कामयाबी का स्वाद चखा और इस सूबे को तीसरा स्थान दिलाया. 


देश के 8 राज्यों का शानदार प्रदर्शन


नीट यूजी 2022 परीक्षा के नतीजों में देश के 10 राज्यों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. सीबीएसई ने पहले की अपनी 650 और उससे अधिक स्कोर करने वालों छात्रों की संख्या को बरकरार रखा है. इस साल सीबीएसई के ऐसे छात्र 53.3 फीसदी हैं.


हालांकि 700 और उससे अधिक नंबर लाकर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्रों की संख्या को सीबीएसई इस बार जारी नहीं रख पाई है. ऐसे छात्रों की संख्या तीन साल के निचले स्तर पर आ गई है. इस परीक्षा में अगर राज्यों के स्कूली शिक्षा बोर्ड और सीबीएसई सहित अन्य परीक्षा बोर्ड के नजरिए से नतीजों पर गौर किया जाए तो 600 और उससे अधिक अंक हासिल करने वाले 20,901 उम्मीदवारों में से 70 फीसदी उम्मदीवार केवल देश के 8 राज्यों से थे.


इन राज्यों में राजस्थान अव्वल रहा था तो यूपी दूसरे स्थान पर रहा. 400 अंक और उससे अधिक अंक हासिल करने वाले छात्रों की रेंज में 1,79,231 उम्मीदवारों में से एक तिहाई से अधिक यूपी, राजस्थान और महाराष्ट्र से थे.


इस परीक्षा में जिन बच्चों ने 650 या उसके अधिक अंक हासिल किए उनकी संख्या 4,681 रही. इनमें 2591 बच्चे सीबीएसई बोर्ड से थे. अगर नंबर की इस रेंज की नजर से देखा जाए तो इसमें राजस्थान का प्रदर्शन 8.1 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर तो 5.6 फीसदी के साथ महाराष्ट्र ने तीसरा स्थान हासिल किया.


हालांकि इस परीक्षा में सीबीएसई का 600 और उससे अधिक अंकों का फीसदी गिरकर 50.4 फीसद हो गया, जबकि राजस्थान का हिस्सा बढ़कर 11.4 फीसदी हो गया. देश के पांच शिक्षा बोर्ड सीबीएसई, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात ने 600 और उससे अधिक अंक हासिल करने वाले 73.6 फीसदी उम्मीदवार इन बोर्ड के खाते में है.


400 और उससे अधिक अंक लाने वाले उम्मीदवारों के बैंड में 1.79 लाख उम्मीदवारों में से लगभग 90 फीसदी 15 राज्यों से थे. जबकि सात राज्यों केरल (Kerala), कर्नाटक, बिहार (Bihar), बंगाल (Bengal), महाराष्ट्र, यूपी और राजस्थान में इस अंक रेंज के उम्मीदवारों का प्रतिशत 58.3 फीसदी रहा था.


दो बोर्ड में घटा 400 और उससे अधिक अंक लाने वालों का प्रतिशत


आंकड़ों पर गौर किया जाए तो सीबीएसई और राजस्थान बोर्ड दोनों के लिए 400 और उससे ऊपर अंक लाने वाले उम्मीदवारों का प्रतिशत काफी गिर गया, जबकि नंबरों की इस रेंज में  महाराष्ट्र और कुछ अन्य राज्य बोर्डों के प्रतिशत में बढ़ोतरी देखी गई है.


हालांकि यह आंकड़ा यह नहीं बताता है कि सीबीएसई संस्थानों की सफलता दर बेहतर है, क्योंकि इस परीक्षा में बैठने वाले केंद्रीय बोर्ड के उम्मीदवारों की संख्या चार लाख से अधिक थी. इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर था.


इसके अलावा एक लाख से अधिक उम्मीदवारों वाले अन्य राज्य बोर्ड यूपी, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल थे. इन राज्यों के बोर्ड से सफल होने वाले हर उम्मीदवार की योग्यता दर 50 फीसदी से अधिक दर्ज की गई. वहीं सीबीएसई के परीक्षा में कामयाब होने वाले हर उम्मीदवार की योग्यता दर का प्रतिशत सबसे अधिक रहा. सीबीएसई के इन उम्मीदवारों का प्रतिशत 70 प्रतिशत रहा. सीआईएससीई, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना बोर्डों में भी 60 फीसदी की योग्यता स्ट्राइक रेट थी.


700 और उससे अधिक अंक लाने वाले उम्मीदवार हैं घटे


इस साल नीट यूजी 2022 परीक्षा  बैठे कुल उम्मीदवारों में से 99 उम्मीदवारों ने 700 और उससे अधिक अंक हासिल किए. इस नंबर रेंज में साल 2021 में 203 और 2020 में 111 उम्मीदवार थे. 600 और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों की संख्या इस साल बीते साल की तुलना में बढ़ी है. इस साल ऐसे उम्मीदवारों में 2028 उम्मीदवार बढ़े हैं. जहां इस नंबर रेंज में 2021 में 19,135 उम्मीदवार थे. वहीं साल 2022 में ये बढ़कर 21,163 हो गए. 500 और उससे अधिक नंबरों की रेज में आने वाले उम्मीदवार बीते साल की तुलना में 84,236 रहे. बीते साल 2021 में इस नंबर रेंज में आने वाले उम्मीदवारों की संख्या 85,022 रही थी.


इस नंबर रेज में यह गिरावट लगातार तीसरे साल दर्ज की गई है. इससे पहले साल 2020 में इस नंबर रेंज में 87,093 उम्मीदवार थे. उधर 450 और उससे अधिक अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या बीते साल की तुलना में 1.3 से घटकर 1.2 लाख हो गई. चार साल के नीट यूजी (NEET-UG) स्कोर डेटा पर गौर किया जाए तो पता चलता है कि 450 और उससे अधिक की नंबर लाने वाले उम्मीदवारों की रेंज में लगभग 63 फीसदी उम्मीदवार सिर्फ आठ राज्यों  दिल्ली, राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र, केरल, बंगाल और तमिलनाडु से थे. ये स्कोर रेंज  काउंसलिंग और सीटों के आवंटन के लिए बेहद अहम माना जाता है. 400 और उससे अधिक अंक लाने वाले उम्मीदवारों के बैंड में 1.79 लाख उम्मीदवारों में से लगभग 90 फीसदी 15 राज्यों से थे. जबकि सात राज्यों केरल (Kerala), कर्नाटक, बिहार (Bihar), बंगाल (Bengal), महाराष्ट्र, यूपी और राजस्थान में इस अंक रेंज के उम्मीदवारों का प्रतिशत 58.3 फीसदी रहा था.


नीट 2022 खास बातें


इस साल करीब 83,000 एमबीबीएस (MBBS) और 40,000 बीडीएस (BDS) सीटें हासिल की जा सकती हैं. एम्स दिल्ली (AIIMS Delhi) और जिपमर (Jawaharlal Institute of Postgraduate Medical Education & Research) समेत सरकार के संचालित संस्थानों में करीब 43,000 सीटें हैं.


600 और उससे अधिक अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों तीन बोर्ड से रहे. इनमें सीबीएसई, राजस्थान और महाराष्ट्र बोर्ड है. 


सीबीएसई ने पहले की अपनी 650 और उससे अधिक स्कोर करने वालों छात्रों की संख्या को बरकरार रखा. सीबीएसई के 55 फीसदी उम्मीदवारों ने इस नंबर रेंज में जगह बनाई


400 और उससे अधिक अंक लाने एक तिहाई उम्मीदवार यूपी, राजस्थान और महाराष्ट्र से हैं.


नीट 2022 परीक्षा में सीबीएसई के चार लाख से अधिक छात्र बैठे थे. इसके बाद महाराष्ट्र बोर्ड का परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों के मामले में दूसरा नंबर रहा.


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