BJD Removes Soumya Ranjan From VP Post: ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) के उपाध्यक्ष सौम्य रंजन पटनायक को मंगलवार (12 सितंबर) को उनके पद से हटा दिया गया है. उन्होंने उड़िया न्यूज पेपर में कथित रूप से आलोचनात्मक आर्टिकल लिखा था. हालांकि, पार्टी ने उन्हें पार्टी पद से हटाने का कोई कारण नहीं बताया है.


बीजेडी ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा है कि सौम्य रंजन पटनायक को तत्काल प्रभाव से पार्टी के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. उनके खिलाफ यह कार्रवाई तब हुई, जब कुछ मंत्रियों समेत वरिष्ठ नेताओं ने उन पर राज्य में उड़िया समाचार पत्र 'संबाद' में आलोचनात्मक संपादकीय लिखकर और टेलीविजन चैनलों पर बयान देकर पार्टी को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया.


पार्टी अध्यक्ष को पद से हटाने का अधिकार
पार्टी पद से हटाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए सौम्य पटनायक ने कहा, "यह पार्टी अध्यक्ष का अधिकार है कि वह किसे अपनी टीम में लेंगे. उन्होंने मुझे उपाध्यक्ष नियुक्त किया था और अब उन्होंने ही मुझे हटा दिया है, इसमें कुछ भी नया नहीं है." उन्होने इस आरोप को खारिज कर दिया कि वह पार्टी को ब्लैकमेल कर रहे थे और दावा किया कि उन्होंने पार्टी को बेहतर बनाने के लिए कुछ सुझाव दिए थे.


औपचारिक है पार्टी में पद 
विधायक ने कहा कि बीजेडी में पद केवल औपचारिक हैं. न तो मेरे पास और न ही किसी अन्य नेता के पास किसी भी पद पर कोई काम है. इसलिए मुझे नहीं लगता कि उपाध्यक्ष पद गंवाकर मैंने कुछ खोया है. इस बीच नयागढ़ जिले के खंडपाड़ा के विधायक ने कहा, "मैंने एक हफ्ते पहले मुख्यमंत्री से दो मिनट का समय मांगा था, लेकिन मुझे वक्त नहीं दिया और अब पार्टी ने मुझे उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है."


'एक दिन में खत्म नहीं होती राजनीति'
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए सीएम नवीन पटनायक के सिग्नेचर वाले अधिकारिक नोटिस पर भी सवाल उठाए और कहा कि मुझे शक है कि क्या पार्टी अध्यक्ष ने खुद इस नोटिस पर खुद साइन किए हैं. बीजेडी नेता ने आगे कहा कि राजनीति एक फैसले या एक दिन में खत्म नहीं होती है. 


सरकार के कामकाज के तरीके की आलोचना की
बता दें कि हाल ही में सौम्य रंजन पटनायक ने राज्य सरकार के कामकाज के तरीके और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निजी सचिव वीके पांडियन के सरकारी खजाने से राज्य का दौरा करने की आलोचना की थी.


2018 में  बीजेडी में शामिल हुए थे सौम्य 
ओडिशा में 21 लोकसभा सीटें और 147 विधानसभा सीटें हैं. सत्तारूढ़ बीजेडी नवीन पटनायक के नेतृत्व में साल 2000 से सत्ता में है. पूर्व मुख्यमंत्री जेबी पटनायक के दामाद सौम्य रंजन पटनायक 2018 में पार्टी में शामिल हुए थे और उन्हें राज्यसभा भेजा गया था. बाद में उन्होंने खंडापाड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और 81,000 वोटों के अंतर से सीट जीती, जो राज्य में किसी भी पार्टी की सबसे बड़ी जीत है.


यह भी पढ़ें- अमेरिकी सेब पर टैरिफ कम करने को लेकर उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने केंद्र पर साधा निशाना, क्या कुछ बोले?