बिक्रम मजीठिया की बढ़ेंगी मुश्किलें, पंजाब की भगवंत मान सरकार ने ड्रग्स केस की जांच SIT को सौंपी
अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से जुड़े ड्रग्स केस की जांच के लिए पंजाब की भगवंत मान सरकार SIT का गठन किया है.
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शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से जुड़े ड्रग्स केस की जांच के लिए पंजाब की भगवंत मान सरकार ने नई SIT का गठन किया है. पंजाब के डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) वीरेश कुमार भावरा के मुताबिक, एसआईटी का गठन पुलिस महानिरीक्षक (अपराध) गुरशरण सिंह संधू की निगरानी में किया गया है. एसआईटी के अन्य सदस्यों में सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) राहुल एस. और रंजीत सिंह ढिल्लों, पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रघबीर सिंह और अमरप्रीत सिंह शामिल हैं.
इससे पहले चरणजीत सिंह नीत सरकार द्वारा गठित एसआईटी का नेतृत्व एआईजी बलराज सिंह कर रहे थे. मजीठिया शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की पत्नी और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के भाई हैं.
पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) ने ड्रग्स को एक बड़ा मुद्दा बनाया था. साथ ही कहा था कि सरकार बनने के ठीक बाद ड्रग्स गिरोह में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. चुनाव में मजीठिया को हार का सामना करना पड़ा.
इससे पहले बिक्रम सिंह मजीठिया पर पिछले साल 20 दिसंबर को एनडीपीएस कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने 24 जनवरी को मजीठिया की गिरफ्तारी पूर्व जमानत याचिका खारिज कर दी थी. इसके बाद उच्चतम न्यायालय में अपील दायर की गयी. पंजाब विधानसभा चुनाव की वजह से बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट ने 23 फरवरी तक रोक लगा दी थी. इसके बाद मजीठिया ने सरेंडर किया.
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